
बिहार के जाने-माने कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या ने पटना को हिला कर रख दिया है। जांच में पता चला कि हत्याकांड से पहले तीन अपराधी दलदली इलाके में इकट्ठा हुए और चाय पी। इसके बाद शूटर सीधे गोपाल के आवास पर पहुंचा, जबकि एक लाइनर बांकीपुर क्लब गया। घटना की रात करीब 12 बजे जब गोपाल खेमका अपनी कार से घर लौट रहे थे, तब शूटर ने कनपट्टी पर गोली मारकर फरार हो गया।
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शूटर विजय की पहचान और पुलिस की पकड़
सूत्रों के मुताबिक शूटर का नाम विजय है, जो पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र का फरार हत्या आरोपी है। पुलिस का दावा है कि शूटर समेत दो-तीन अन्य लोगों की पहचान हो चुकी है। अभी तक शूटर गिरफ्तार नहीं हुआ है, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने फुतहा, आरा, हाजीपुर और छपरा में छापेमारी तेज कर दी है।
परिवार की सुरक्षा की मांग और मातम का माहौल
गोपाल खेमका के परिवार वाले शोक में डूबे हैं। स्कॉटलैंड से बेटी गरिमा, हांगकांग से भतीजी वर्षा और नेपाल से बहनोई मधु बाबू पटना पहुंचे। बेटे डॉ. गौरव खेमका ने पिता को मुखाग्नि दी। परिवार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन से पुख्ता इंतजाम की मांग की है।
पुलिस की देरी पर सवाल और थानेदार की जांच
गोपाल खेमका की हत्या के बाद पुलिस को घटनास्थल पहुंचने में डेढ़ घंटा लगने से भारी आलोचना हुई है। खास बात यह कि गांधी मैदान थाना, जहां केस दर्ज है, आवास से केवल 500 मीटर दूर है। पुलिस अधीक्षक ने थानेदार की देरी को लेकर जांच का आदेश दिया है, और थानेदार पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
गोली मारने के बाद शूटर की भागमभाग
गोली मारने के बाद शूटर बाइक से जेपी गोलंबर, बिस्कोमान, दादी मंदिर गली होते हुए जेपी गंगा पथ से फरार हो गया। पुलिस अब इन सभी रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। बाइक नंबर मिला है, लेकिन साफ तस्वीर नहीं मिल पाई है।
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