
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपना कड़ा रुख दिखाया है और इस बार निशाने पर हैं — वेनेज़ुएला के फाइटर जेट्स। ट्रंप ने साफ-साफ कह दिया है:
“अगर वेनेज़ुएला के लड़ाकू विमान हमारे नौसैनिक जहाज़ों के ऊपर से उड़ते हैं और खतरा पैदा करते हैं, तो हम उन्हें गिरा देंगे।”
भाई साहब, ये कोई उड़ता जोक नहीं, बल्कि उड़ता अल्टीमेटम है।
क्या है मामला? – Narcos, Navy और Now… Notams!
रिपोर्ट्स के अनुसार, वेनेज़ुएला के कुछ सैन्य विमान पिछले दो दिन से दक्षिण अमेरिका के पास अमेरिकी नौसैनिक जहाजों के बेहद करीब उड़ान भर रहे थे।
और जब अमेरिका को लगे खतरे की हवा, तो ट्रंप ने किया “हवा से ही वार” — पहले बयान और फिर 10 F-35 फाइटर जेट्स भेज दिए सीधे प्यूर्टो रिको।
मामला सिर्फ उड़ान का नहीं, नशे का भी है!
ट्रंप सरकार ने दावा किया कि वेनेज़ुएला से आ रहे एक जहाज़ में नशीली दवाइयों की भारी खेप थी, जो एक गिरोह द्वारा चलाई जा रही थी। इस पर हुई अमेरिकी कार्रवाई में 11 लोग मारे गए।
मतलब, जहाज़ तो तस्करी का था, लेकिन ड्रामा पूरा Netflix-level।
मादुरो बोले – “हम दोषी नहीं हैं”, ट्रंप बोले – “तुम सबसे बड़े तस्कर हो!”
वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि अमेरिका जो आरोप लगा रहा है, वो बेबुनियाद हैं। उनके शब्दों में:
“हम सैन्य संघर्ष नहीं चाहते। आरोपों से हल नहीं निकलता।”
लेकिन ट्रंप तो ट्रंप हैं – उन्होंने मादुरो को “दुनिया का सबसे बड़ा नार्को-तस्कर” बताते हुए इनाम की राशि दोगुनी कर 50 मिलियन डॉलर कर दी।
मतलब अब मादुरो Wanted पोस्टर में “Double Star” वाले हो गए हैं।

व्हाइट हाउस का नया नियम –
“अगर ऊपर से गुजरते हुए विमान में नशा है और नीचे से गुजरते ट्रंप का गुस्सा, तो गिरना तय है!”
मादुरो के प्रवक्ता बोले:
“हमने बस ऊपर से उड़ान भरी थी, गोली चलाना ज़रूरी था क्या?”
F-35 पायलट बोले:
“हम Practice के लिए आए थे, लेकिन अब लग रहा है Final Exam यहीं होगा।”
ये मामला क्यों है खास?
अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच संबंध पहले से ही तनावपूर्ण हैं
ट्रंप का ये बयान सीधे-सीधे सैन्य टकराव की धमकी है, नार्को-ट्रैफिकिंग को लेकर अमेरिका काफी आक्रामक रुख अपनाए हुए है। 2025 की अमेरिकी राजनीति में ट्रंप खुद को फिर से “America’s tough guy” के रूप में पेश कर रहे हैं।