
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर मूड में हैं — और जब ट्रंप मूड में होते हैं, तो ट्विटर (या अब Truth Social) और टैरिफ दोनों चलने लगते हैं। इस बार निशाने पर है भारत, और वजह है – “रूस से तेल खरीदना यानी युद्ध मशीन को फ्यूल देना!”
अगले 24 घंटे में टैरिफ बम – ट्रंप का अल्टीमेटम
एक इंटरव्यू में ट्रंप बोले – “India better be ready. अगले 24 घंटे में टैरिफ और बढ़ेगा। They are fueling war. Not cool.”
मतलब साफ है: तेल खरीदोगे रूस से, तो पैसा दोगे ट्रंप को!
उनकी धमकी से ये तो साफ है कि भारत अब ट्रंप की “Favoured Nations List” में नहीं है। अगला क्या होगा? स्वीगी-ज़ोमैटो से भी टैरिफ?
क्या पहले से कम था टैरिफ?
नहीं जनाब! 1 अगस्त 2025 से 25% टैरिफ पहले ही लागू है। भारत, जो साल 2024 में $87 बिलियन का निर्यात कर चुका था अमेरिका को, अब सीधा नुकसान की रडार पर है। अमेरिका को हो चुका है $45.7 बिलियन का व्यापार घाटा, और ट्रंप अब उसे “India का Discount Sale” नहीं बनने देना चाहते।
iPhone से लेकर जूलरी तक – सब पर महंगाई की मार!
44% iPhone भारत से जा रहे थे अमेरिका — अब वो होंगे या तो महंगे या बस मेमोरी से मिटा दिए जाएंगे।
Textiles & Jewelry – Diamond कटेगा, पर नौकरी भी कट सकती है
Textile और Gems Industry, जहाँ लाखों भारतीय काम करते हैं, पर सीधा असर होगा।
Auto & Pharma – अगली बारी आपकी?
सब डरे हुए हैं। हालांकि Pharma और Semiconductors अभी टैरिफ से बचे हैं — लेकिन ट्रंप साहब कब mood बदल लें, क्या भरोसा?
भारत ने भी दिया सधा हुआ जवाब – “हम रियायत नहीं, नीति से चलते हैं”
भारत सरकार ने कहा कि वे टैरिफ असर का अध्ययन कर रहे हैं और बातचीत से समाधान खोजने में विश्वास रखते हैं।
भारत की Russia डील पर जवाब साफ़ था –
“हम अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेंगे। ऊर्जा सुरक्षा कोई तिकड़म नहीं, ज़रूरत है।”
भारत ने पहले बॉर्बन व्हिस्की और हार्ले डेविडसन पर टैरिफ कम किया था, शायद सोचकर कि ट्रंप को whiskey और बाइक से प्यार है। लेकिन agriculture और dairy products पर अब भी no discount policy जारी है।
व्यापार नीति या ट्रंप नीति?
दुनिया सोच रही थी कि ट्रंप की धमकियां पुराने चुनावों तक थीं, लेकिन 2025 में भी वही सीजन 2 चल रहा है – “Make America Pay-Less Again!”
अगर रूस से तेल खरीदना इतना गुनाह है, तो बाकी NATO देश भी खतरे में क्यों नहीं?
या फिर ट्रंप का असली टारगेट सिर्फ वही देश हैं जहाँ से iPhone सस्ता मिलता है?
“ट्रंप बोले – टैरिफ नहीं बढ़ा, तो क्या बढ़ा? भारत बोले – खुद्दारी बढ़ी!”