
डोनाल्ड ट्रंप का राजनीति में बयान देना कुछ वैसा ही है जैसे इंस्टाग्राम पर स्टोरी डालना — 24 घंटे में गायब या बदल सकता है!
भारत से नाराज़ हैं, क्योंकि भारत रूस से तेल ले रहा है।
पहले धमकी दी – “100% टैरिफ मारूंगा!”
अब कह रहे हैं – “मैंने कब कहा 100%?”
तो भैया, अब आप ही बताइए, कहा या नहीं कहा? देश जानना चाहता है!
रूस से तेल पर बवाल, भारत बना ट्रंप की टारगेट लिस्ट का नया स्टार
ट्रंप को खटक गया है कि भारत रूस से तेल क्यों खरीद रहा है। उनका लॉजिक: रूस से डील = यूक्रेन वॉर में अप्रत्यक्ष सपोर्ट।
उनका टोन: “अगर ऐसा किया, तो टैरिफ लगेगा… भारी वाला!”
भारत का जवाब: “Relax डोनाल्ड, तुम भी तो रूस से केमिकल ले रहे हो!”
ट्रंप: “हमें नहीं पता… जांच करेंगे!”
(मतलब बोले कुछ, माने कुछ, करें कुछ और। Classic Trump!)
“100 फीसदी नहीं कहा था…” – ट्रंप का राजनीतिक जिम्नास्टिक्स!
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने जब पूछा गया कि 100% टैरिफ का क्या मतलब है, तो उन्होंने किया एक “सॉफ्ट बैकफ्लिप”:
“हमने कभी प्रतिशत नहीं बताया… बस एक बड़ा हिस्सा कहा था।”
Translation: “मैंने धमकी दी थी, पर exact डोज नहीं बताया था।”
वाह! इसे कहते हैं डिप्लोमैटिक धमकी देना।
ट्रंप का यू-टर्न स्टाइल – बोले, फिर बोले, फिर बोले कुछ और
ट्रंप की पॉलिटिकल कम्युनिकेशन किसी व्हाट्सएप ग्रुप चैट जैसी हो गई है — हर दिन एक नया स्टेटस, कल कहा था तो क्या हुआ?
कल भारत को “तेल के कारण दोषी” बताया।
आज बोले: “हमने ऐसा तो कहा ही नहीं!”
क्या कल कहेंगे:
“भारत हमारा दोस्त है… और अदानी भी!”
भारत का जवाब – “तुम भी तो कर रहे हो डील!”
भारत ने ट्रंप की धमकी को “अविवेकपूर्ण” कह कर खारिज कर दिया। सरकार का कहना है कि अगर अमेरिका खुद रूस से केमिकल खरीदता है, तो भारत से नैतिकता की उम्मीद क्यों?
Fair question, no?
(ट्रंप साहब को ये बात शायद Unsubscribe करनी पड़े!)
इस पूरे विवाद में असली सवाल यह है —क्या ट्रंप को रूस-भारत डील से problem है?
जो भी हो, भारत पर बयान देकर वो headline में तो आ ही गए। और हम… हम memes बना रहे हैं!