
बिहार की राजनीति में जहां एक ओर लोग विकास के एजेंडे से जूझ रहे हैं, वहीं लालू यादव के परिवार में सीज़न 25 का नया एपिसोड ऑनएयर हो गया है। इस बार स्क्रिप्ट लिखी है खुद तेज प्रताप यादव ने — एक लव स्टोरी, थोड़ा ड्रामा, और फिर पार्टी से निष्कासन!
लालू का लाल प्यार में, बाप गुस्से में, बहू बोले- ये सब है “राजनीतिक ड्रामा”!
पोस्ट, प्यार और पार्टी से पार
तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया — जिसमें उन्होंने बताया कि वो 12 साल से अनुष्का यादव नाम की महिला से प्रेम करते हैं। भावनाएं सार्वजनिक हुईं, परिवार में बवाल हुआ, और फिर आई डिलीट बटन की एंट्री।
कुछ घंटों बाद सफाई आई:
“मेरी आईडी हैक हो गई थी।”
राजनीति के डिजिटल युग में ये बहाना अब पासवर्ड जितना पुराना हो गया है।
लालू यादव बोले – “बेटा अब तुम RJD नहीं, बस ‘डीजे’ हो”
RJD सुप्रीमो लालू यादव ने तेज प्रताप को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। और इतना ही नहीं, उन्होंने “परिवार से भी बाहर” का बोर्ड तेजू भइया के नाम टांग दिया।
बिहार के सियासी गलियारों में चर्चा है – ये निष्कासन सिर्फ पार्टी से नहीं, WhatsApp फैमिली ग्रुप से भी हुआ है!
“बिहार की राजनीति का Bigg Boss”
1. जहानाबाद का चुनाव: अपनों को हराने का जुनून
तेज प्रताप ने खुद का मोर्चा बनाया और RJD उम्मीदवार को हरवा दिया। यानी “घर का भेदी, बैलेट फोड़ने वाला बम।”
2. छात्र RJD में ‘हिटलर’ और ‘सारथी’ की जंग
जगदानंद सिंह को ‘हिटलर’ कहना, और फिर खुद को कृष्ण घोषित कर देना — तेज प्रताप के पौराणिक किरदार यहीं से शुरू हुए।
3. “सिपाही जी ठुमका लगाओ!”
होली के दिन अंगरक्षक को डांस करने का ऑर्डर — यानी नशा, नाटक और नाच… सब कुछ लाइव।
4. मंच पर मारधाड़: पार्टी महासचिव को थप्पड़ की “डेमोक्रेसी”
तेज प्रताप ने मंच पर थप्पड़ मार दिया, और RJD की आंतरिक बैठक बन गई WWE की स्मैकडाउन।
5. कृष्ण, शिव और जलेबी – लाइफ़स्टाइल या लॉलीपॉप?
कभी श्रीकृष्ण, कभी भगवान शिव, कभी जलेबी वाला — तेज प्रताप हर बार कहते हैं, “मैं सिर्फ स्टेज पर नहीं, स्टाइल में भी सशक्त हूँ।”
ऐश्वर्या राय का तंज – “इन्हें परिवार से निकाला नहीं, भेजा गया है एक्टिंग स्कूल!”
तेज प्रताप की पूर्व पत्नी ऐश्वर्या राय ने कहा:
“ये सब ड्रामा है। जब मुझे मारा गया, तब इनका सोशल जस्टिस कहां था?”
उन्होंने सीधे तौर पर लालू परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा:
“बेटे की गलती छुपाने के लिए सारा दोष लड़की पर डाल देते हैं।”
क्या ये सब चुनावी प्लॉट है?
2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव हैं। क्या ये पोस्ट और निष्कासन सोशल मीडिया स्क्रिप्टिंग का हिस्सा है?
क्या RJD तेज प्रताप को बाग़ी दिखाकर फिर “भक्त” बनाएगी?
राजनीति में स्क्रिप्टिंग भी होती है और रील से रियलिटी भी बनती है।
तेज प्रताप यादव सिर्फ नेता नहीं हैं, वो राजनीति के स्टोरीटेलर हैं — जहां पोस्ट से लेकर पगड़ी, और मंच से लेकर मंदिर तक, हर जगह कुछ “नया” करने का जोश रहता है।
अब सवाल है — अगला किरदार कौन सा होगा? “संन्यासी तेजू”, “निर्दलीय तेजू”, या “OTT स्टार तेजू”?
राजभर का ‘अकेला दांव’, बीजेपी से दूरी बना पंचायत मैदान में कूदे