
भाजपा नागालैंड के प्रदेश अध्यक्ष बेंजामिन येप्थोमी के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने दीमापुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास प्रोजेक्ट को दोबारा शुरू करने की मांग जोर-शोर से उठाई।
दीमापुर की रणनीतिक स्थिति पर जोर
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि दीमापुर, नॉर्थ ईस्ट का प्रवेश द्वार है और यहां की यात्री संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में स्टेशन की पुरानी सुविधाएं अब बोझ बनती जा रही हैं।
“बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण ज़रूरी है, तभी पूर्वोत्तर का समग्र विकास संभव है,” प्रतिनिधियों ने कहा।
“Act East Policy” से जुड़ा विकास
नेताओं ने इस पुनर्विकास योजना को एक्ट ईस्ट पॉलिसी से जोड़ते हुए बताया कि यह स्टेशन इस नीति के तहत एक अहम कड़ी बन सकता है। यह नीति पूर्वोत्तर भारत को एशियन मार्केट और स्ट्रैटेजिक कनेक्टिविटी के साथ जोड़ने का माध्यम बन रही है।
रेल मंत्री का भरोसा: “नागालैंड को मिलेगी प्राथमिकता”
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि मंत्रालय नागालैंड में इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि राज्य में रेलवे विकास ने तेज रफ्तार पकड़ी है और कई प्रोजेक्ट्स कार्यान्वयन के दौर में हैं।
पुनर्विकास से क्या बदलेगा?
दीमापुर स्टेशन के नवीनीकरण से होंगे कई फायदे:
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यात्री सुविधाओं में जबरदस्त सुधार
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आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल फैसिलिटीज
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क्षेत्रीय व्यापार और टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा
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पूर्वोत्तर को मिलेगा एक नया आर्थिक गलियारा
भाजपा की प्रतिबद्धता: “विकास के पथ पर नागालैंड”
भाजपा नागालैंड ने फिर दोहराया कि राज्य की इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को राष्ट्रीय विकास एजेंडे से जोड़ना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
पार्टी को विश्वास है कि केंद्र सरकार दीमापुर स्टेशन को अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर रोडमैप में प्राथमिकता देगी।
दीमापुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास, केवल एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि पूर्वोत्तर भारत के नए युग की शुरुआत है। भाजपा की इस पहल से उम्मीद जगी है कि जल्द ही दीमापुर स्टेशन आधुनिकता की पटरी पर दौड़ता नजर आएगा।
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