
एक बार फिर दुनिया में कोरोना वायरस को लेकर चिंता बढ़ गई है। सिंगापुर, थाईलैंड और हांगकांग जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में इसके मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं और अब भारत में भी चेन्नई, मुंबई और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
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भारत में क्या स्थिति है?
रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में अब तक 95 नए केस सामने आए हैं। यह संख्या चौंकाने वाली है क्योंकि जनवरी 2025 से पूरे महाराष्ट्र में केवल 106 केस दर्ज किए गए थे। वर्तमान में 16 संक्रमित मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ मामलों को बेहतर देखभाल के लिए KEM अस्पताल से सेवन हिल्स हॉस्पिटल में शिफ्ट भी किया गया है।
अब प्रशासन ने सांस संबंधी बीमारियों और इंफ्लूएंजा के मरीजों का भी कोविड टेस्ट करवाना शुरू कर दिया है, जिससे संक्रमण को फैलने से पहले नियंत्रित किया जा सके।
क्यों बढ़ रहे हैं कोरोना केस?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण हैं:
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कोरोना के सबवेरिएंट्स की बढ़ी हुई संक्रामकता
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+ और पिछले संक्रमण से बनी इम्यूनिटी में गिरावट
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सामाजिक मेलजोल में बढ़ोत्तरी और कोविड प्रोटोकॉल में ढील
रिपोर्ट के अनुसार, भले ही राष्ट्रीय स्तर पर मामले कम हैं, लेकिन महानगरों में स्थानीय स्तर पर संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है।
अंतरराष्ट्रीय स्थिति
सिंगापुर में 3 मई 2025 को सप्ताहांत के दौरान संक्रमण में 28% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि हांगकांग में पॉजिटिव केस दर 6.21% से बढ़कर 13.66% हो गई। यह नए वेरिएंट के प्रभाव और उसकी संक्रामकता का संकेत है।
भारत में कितनी गंभीर स्थिति?
फिलहाल भारत में दर्ज अधिकांश कोरोना केस हल्के लक्षणों वाले हैं। अब तक कोई गंभीर या ICU में भर्ती मामला दर्ज नहीं हुआ है। हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारी सतर्क हैं और स्थिति पर करीबी निगरानी रखे हुए हैं।
भारत में फिर से कोविड के मामलों में वृद्धि को लेकर सरकार और हेल्थ एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। नागरिकों को सलाह दी जा रही है कि:
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भीड़भाड़ से बचें
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मास्क का उपयोग करें
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यदि संभव हो तो बूस्टर डोज़ लें
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हल्के लक्षणों पर भी टेस्ट कराएं
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