पार्टी ने जातीय समीकरण के साथ विपक्ष के पीडीए फार्मूले को मात देने की कोशिश की
लखनऊ । भाजपा की यूपी ईकाई ने करीव दो महीने की मशक्कत के वाद रविवार को 70 जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी। इसमें पार्टी ने जातीय समीकरण के साथ विपक्ष के पीडीए फार्मूले के मात देने की कोशिश की गई है। भाजपा संगठन के चुनाव की प्रक्रिया पिछले साल शुरू हुई थी। उस समय मंडल अध्यक्षों का चुनाव दिसंबर और जिलाध्यक्षों का चुनाव जनवरी के अंत तक कराने की समय सीमा तय की गई थी, लेकिन, मंडल अध्यक्षों का चुनाव ही जनवरी में संपन्न हो पाया। तमाम जिलों की सूची में शामिल नाम पर सवाल भी उठने लगे थे।
इसी कारण पिछड़े, दलित और महिलाओं की भागीदारी की कमी रह गई थी। इस पर शीर्ष नेतृत्व ने आपत्ति जताई, जिसके वाद प्रदेश स्तर पर संगठन मंत्री ने एक-एक सूची की गहनता से परीक्षण कर सभी विसंगितियों को दूर करके सूची तैयार कराई । भाजपा जिलाध्यक्षों की रविवार की सूची में महिलाओं की भागीदारी का भी ख्याल रखा है।
जिन जिलों के अध्यक्षों के नाम घोषित किये गये हैं, उनमें वुलंदशहर से विकास चौहान और कानपुर ग्रामीण से उपेंद्र नाथ पासवान को जिलाध्यक्ष वनाया गया है। इसी तरह कानपुर देहात से रेणुका सचान, कानपुर महानगर दक्षिण से शिवराम सिंह चौहान, कानपुर महानगर उत्तर से अनिल दीक्षित, सोनभद्र से नंदलाल गुप्ता, प्रयागराज महानगर से संजय शुक्ला, प्रयागराज यमुनापार से राजेश शुक्ला, प्रयागराज गंगापार से निर्मला पासवान, गाजीपुर से ओम प्रकाश राय, सुल्तानपुर से सुशील त्रिपाठी, मछलीशहर से डॉ. अजय कुमार सिंह, भदोही से दीपक मिश्रा, प्रतापगढ़ से आशीष श्रीवास्तव, गाजीपुर से ओमप्रकाश राजभर को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसी तरह वाराणसी महानगर अध्यक्ष से प्रदीप अग्रहरि, कासगंज से नीरज शर्मा, गोरखपुर से जनार्दन तिवारी, औरैया से सर्वेश कठेरिया, सुल्तानपुर से सुशील त्रिपाठी, हरदोई से अजीत सिंह वव्वन, उन्नाव से अनुराग अवस्थी, अमेठी से सुधांशु शुक्ला, फर्रुखाबाद से फतेहचंद्र वर्मा,वहराइच से व्रजेश पांडेय (दूसरी वार), रामपुर से हरीश गंगवार, ललितपुर से हरिश्चंद्र रावत, इटावा से अन्नू गुप्ता, मथुरा महानगर से अध्यक्ष राजू यादव, मथुरा से निर्भय पांडेय, इटावा से अरुण कुमार गुप्ता, मैनपुरी से ममता राजपूत, लखनऊ महानगर से आनंद द्विवेदी, वलरामपुर से रवि मिश्रा, उन्नाव से अनुराग अवस्थी, फिरोजाबाद महानगर से अध्यक्ष सतीश दिवाकर, गौतम बुद्धनगर से अभिषेक शर्मा, नोएडा महानगर से महेश चौहान, लालगंज से विनोद राजभर,आजमगढ़ से ध्रुव सिंह को चुना गया है।
यह भी पढ़ें:गांव-गांव आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण कर बच्चों का भविष्य संवार रही यूपी सरकार
इतना ही नहीं गोरखपुर महानगर से अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव, गोरखपुर से जनार्दन तिवारी, रायवरेली से बुद्धि लाल, लखनऊ से जिला अध्यक्ष विजय मौर्या, गाजियावाद से महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, कासगंज नीरज शर्मा, मुरादाबाद से महानगर अध्यक्ष गिरीश भंडुला, मुरादाबाद से आकाश पाल (दोवारा चुने गए), आगरा से जिला अध्यक्ष प्रशांत पोनिया, आगरा से महानगर अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता, अमेठी से सुधांशु शुक्ला चुने गये हैं।
इसके अलावा भाजपा के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्षों में ललितपुर से हरिश्चंद्र रावत, गाजीपुर से ओमप्रकाश राय, वदायूं से राजीव कुमार गुप्ता, श्रावस्ती से मिश्रीलाल वर्मा, वहराइच वृजेश पांडेय (दोवारा), विजनौर से भूपेंद्र सिंह चौहान ‘वॉवी’, गोंडा से अमर किशोर कश्यप उर्फ वमवम, संभल से हरेंद्र चौधरी, सहारनपुर से महानगर अध्यक्ष शीतल विष्णोई, मुजफ्फरनगर से सुधीर सैनी, झांसी से जिला अध्यक्ष प्रदीप पटेल, महोवा से मोहनलाल कुशवाह, चित्रकूट से महेन्द्र कोटार्य, संत कवीरनगर से नीतू सिंह, महाराजगंज से अशोक उर्फ संजय पांडेय, मऊ से रामाश्रय मौर्य, कुशीनगर से दुर्गेश राय, वस्ती से विवेकानंद मिश्रा, वलिया से संजय मिश्रा, मेरठ से महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी, शाहजहांपुर से ज़िलाकृष्ण चंद मिश्रा और शाहजहांपुर महानगर से अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता को चुना गया है।
भाजपा ने 45 नये व 25 जिलाध्यक्ष दोबारा बनाये
लखनऊ । जिलाध्यक्षों की वहुप्रतीक्षित घोषणा रविवार को हो गई है। पहले चरण में 70 जिला व महानगर अध्यक्ष घोषित किए गए हैं। इनमें से 25 जिलाध्यक्ष ऐसे है जिन्हें पार्टी ने दोवारा मौका दिया है । 45 जिलाध्यक्ष नए चुने गए है । पार्टी ने वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए अन्य पिछड़ा वर्ग व सामान्य वर्ग का सामंजस्य बैठाया है। ओवीसी के 35.71 प्रतिशत यानी 70 में से 25 जिलाध्यक्ष वने हैं। सामान्य वर्ग के 55.71 प्रतिशत यानी 39 जिलाध्यक्ष है। अनुसूचित जाति के छह यानी 8.57 प्रतिशत जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं।
प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय ने बताया कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में जिला स्तर पर नामांकन शुरू हुए थे। जिलों से प्राप्त पैनल पर कई स्तरों पर विचार-विमर्श के उपरांत रविवार को 98 संगठनात्मक जिलों में से 70 जिलों के जिला व महानगर अध्यक्ष घोषित कर दिए गए है। भाजपा ने पहली बार जिलाध्यक्ष की घोषणा जिला स्तर पर की। उन्होंने वताया कि उपचुनावों के कारण 11 जिलों में संगठन चुनाव फरवरी के अंत में कराए गए थे, जिसके कारण 28 जिलाध्यक्षों की घोषणा करीव एक सप्ताह वाद दूसरे चरण में होगी। डॉ. पांडेय ने वताया कि प्रदेश के 70 जिलों में जिला चुनाव अधिकारी, पर्यवेक्षक व वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी और सरकार के मंत्रियों ने जिलाध्यक्ष की घोषणा की। जिलाध्यक्षों के चयन में सवा साथ-सबका विकास की परिभाषा को साकार करते हुए सामाजिक समीकरणों का भी विशेष ध्यान रखा गया है।
भाजपा के केवल पांच महिलाएं ही बनीं जिलाध्यक्ष
भाजपा के 70 जिलाध्यक्षों में मात्र पांच महिलाएं है। घोषित जिलाध्यक्षों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व केवल 7.14 प्रतिशत है। यह हाल तब है जब केंद्र सरकार नारी शक्ति वंदन अधिनियम वना चुकी है जिसके तहत लोकसभा व विधानसभाओं में महिलाओं की एक तिहाई सीटें आरक्षित करना है। प्रदेश चुनाव अधिकारी डा. पांडेय कहते है कि पिछले वार 98 में से चार महिलाएं ही थीं, इस वार 70 में पांच महिलाएं जिलाध्यक्ष वनीं हैं। शेष 28 जिलाध्यक्षों में भी महिलाओं की भागीदारी रहेगी ।
योगी ने भाजपा के नवनियुक्त जिला व महानगर अध्यक्षों को दी बधाई
लखनऊ। भाजपा ने प्रदेश के 72 संगठनात्मक जिलों के नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष की सूची जारी कर दी है। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ सभी को उज्ज्वल कार्यकाल के लिए बधाई दी है। सीएम योगी ने एक्स पर लिखा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के सभी नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष गण को हार्दिक वधाई ! पूर्ण विश्वास है कि आप सभी भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों का पालन करते हुए संगठन को और अधिक मजबूत करेंगे और उत्तर प्रदेश में मा. प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा एवं सुशासन के अभियान को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे।
महिलाओं की हिस्सेदारी सात फीसदी, सपा के गढ़ में पहली बार महिला को कमान
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने रविवार को 72 जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर दी है। इसमें महिलाओं की महज सात फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन, इसमें एक दिलचस्प वा यह है कि इस वार भाजपा ने एक नया दांव खेला है। सपा के गढ़ मैनपुरी में किला भेदने के लिए ममता राजपूत को कमान सौपी है। यह पहली बार है जव भाजपा ने मैनपुरी में किसी महिला को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। ‘वेटी बचाओ… वेटी पढ़ाओ’, मंच से महिला सम्मान की वात करने वाली भाजपा ने संगठन में स्थान देने में महिलाओं का भी ठीक ध्यान रखा। हालांकि अभी 26 जिलों की सूची वाकी है। देखने वाली वात यही होगी कि क्या उस सूची में भी कुछ महिलाओं को स्थान मिलेगा। रविवार को जारी भाजपा जिलाध्यक्षों की सूची में ब्राहम्ण, क्षत्रिय, ओवीसी और एससी के साथ सामंजस्य बैठाने की कोशिश की गई है।
दो दर्जन से अधिक जिला व महानगर अध्यक्षों की घोषणा अभी बाकी
लखनऊ। लम्वी कवायद और दो महीने की माथापच्ची के बाद तैयार की गई भाजपा जिलाध्यक्षों की सूची कुछ ही देर में जिलेवार घोषित हो जाएगी। हालांकि आपसी विवाद और राजनीतिक दवाव को देखते हुए दो दर्जन से अधिक जिलों के अध्यक्षों की घोषणा फिलहाल रोक ली गई है। ऐसे में भाजपा के संगठनात्मक 98 में से करीव 72 जिला व महानगर अध्यक्ष की ही घोषणा हो पायी।
भाजपा के संगठनात्मक नजरिए से प्रदेश के 98 जिलों में से एक दर्जन से अधिक जिलों के अध्यक्षों के नाम पर सहमति न वन पाने की वजह से इसे रविवार को जारी करने पर रोक लगा दिया गया है। इनमें अयोध्या, अंबेडकरनगर, सीतापुर, झांसी, मेरठ जिला समेत कई जिले शामिल है। मेरठ जिलाध्यक्ष की सूची रोक लगी गई है, जवकि महानगर अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी। माना जा रहा है कि 80 से अधिक जिलों में ही सूची जारी की जाएगी
इनमें पांच जिले तो वे है, जहां मंडलीय पदाधिकारियों का ही चुनाव नहीं हो सका था। इनमें अयोध्या नगर और ग्रामीण, कानपुर उत्तरी और लखीमपुर शामिल है। प्रदेश के चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय के निर्देश पर उन जिलों के चुनाव अधिकारी और प्रेक्षक संबंधित जिलों के लिए रवाना हो चुके है। तमाम जिलों की सूची में शामिल नाम पर सवाल भी उठने लगे थे। साथ ही सूची पिछड़े, दलित और महिलाओं की भागीदारी की कमी रह गई थी।
यह भी पढ़ें:महाराणा प्रताप के वंशज राजा अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन, सोमवार को होगा अंतिम संस्कार