
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख़ तो आ गई, लेकिन लगता है कुर्सी की गिनती में ही गठबंधन उलझ गया है।
महागठबंधन हो या NDA, सीट नहीं, सीटों की ‘हकदारी’ तय करना बड़ी चुनौती बन चुकी है।
महागठबंधन में मुकेश सहनी बने ‘VIP’ टेंशन
VIP प्रमुख मुकेश सहनी की डिमांड है — “CM नहीं तो कम से कम Deputy CM तो बनाओ, वरना 2020 याद है न?”
कांग्रेस को ये ‘दावेदारी’ हज़म नहीं हो रही। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने RJD को अल्टीमेटम दे दिया है — “या तो सहनी को समझाओ, या हम तुम्हें समझा देंगे!”
इसी गहमागहमी में तेजस्वी यादव को अपनी दिल्ली फ्लाइट तक कैंसिल करनी पड़ी। राजनीति में इसे कहते हैं: “सीट की खातिर सीट छोड़नी पड़ी।”
NDA में भी टांग खिंचाई चालू: मांझी बनाम चिराग
उधर NDA में भी आलम कुछ ऐसा ही है। मांझी जी कह रहे हैं — “हम अंतिम सांस तक मोदी के साथ हैं, पर सीट गिनकर!” और चिराग पासवान के पास है “युवा चेहरा” और मोदी जी की तारीफ की फुल स्पीड वॉली। अब देखिए, NDA में सीट बंटवारे से ज़्यादा ‘सीट समेटने’ की होड़ है।
बंद कमरे में तेजस्वी-सहनी की मीटिंग: “डिप्टी सीएम बोलना बंद करो!”
शनिवार को तेजस्वी यादव ने 1 पोलो रोड स्थित आवास पर मुकेश सहनी से दो घंटे लंबी मीटिंग की। बताया जा रहा है कि तेजस्वी ने साफ कहा — “डिप्टी CM की बात बार-बार मीडिया में मत बोलो…कांग्रेस नाराज़ हो रही है, और दिल्ली वाले फोन कर रहे हैं!”
मीटिंग के बाद तेजस्वी को दिल्ली जाना था, लेकिन सीट शेयरिंग का ‘सीज़न 2’ चालू हो गया। फ्लाइट कैंसिल हो गई, और मीडिया को नया मसाला मिल गया।
कांग्रेस की नीति: ‘ना CM फेस, ना डिप्टी CM फेस’
कांग्रेस ने तो पहले ही घोषणा कर दी है — “ना तो हम CM फेस घोषित करेंगे, और ना ही डिप्टी का सपना दिखाएंगे।”

और मुकेश सहनी की बार-बार की डिमांड ने कांग्रेस की नींद उड़ा दी है।
सूत्रों की मानें, तो राहुल गांधी खुद लालू यादव से बात कर चुके हैं — “भाईसाब, VIP को VIP ट्रीटमेंट दो, मगर कैमरा से दूर रखो!”
सीटों का गणित या गठबंधन का एग्जिट?
सीट शेयरिंग अगर ऐसे ही चला, तो गठबंधन का “Exit Poll” सीट बंटवारे से पहले ही आ जाएगा। RJD को डर है कि VIP पार्टी नाराज़ हुई तो सीमांचल और निषाद वोट बैंक का बंटवारा NDA को फायदा पहुंचा सकता है। और NDA में मांझी जी हर बार की तरह ‘अंतिम सांस’ बोलकर ‘पहली सीट’ मांगते मिलेंगे।
बिहार में गठबंधन ऐसे चल रहा है जैसे बैंड-बाजे वाला बारात में पहुंच गया हो — दूल्हा अभी तय नहीं है!
बिहार चुनाव 2025 में सीट शेयरिंग का झगड़ा बताता है कि कुर्सी से ज़्यादा ‘कुर्सी का सपना’ लड़ाई करवा रहा है। जहाँ एक तरफ NDA में चिराग और मांझी की कुर्सी कुश्ती है, वहीं महागठबंधन में सहनी की VIP डिमांड्स ने तेजस्वी को दिल्ली जाने से रोक दिया।
अब देखना ये है कि कौन सीट संभालेगा, और कौन सीट गंवा देगा।
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