बहराइच हत्याकांड: नरबलि, हत्या या पागलपन?

अजमल शाह
अजमल शाह

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से आई इस खबर ने पूरे प्रदेश को दहला दिया है। नवरात्रि के अंतिम दिन एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई जहां दो किशोरों की हत्या कर एक किसान ने खुद को परिवार सहित आग के हवाले कर दिया।

खेत में कहासुनी, फिर दो किशोरों की बेरहमी से हत्या

गांव निंदुरपुरवा टेपरहा निवासी किसान विजय मौर्य ने बुधवार को सनी और सूरज नामक दो किशोरों को खेत पर काम के लिए बुलाया। किशोरों ने मना किया, तो विवाद बढ़ा। मौके पर मौजूद किशन यादव के अनुसार, उसे विजय ने लकड़ी काटने भेज दिया। वापस आने पर उसने देखा कि दोनों किशोरों की लाशें खून से लथपथ आंगन में पड़ी थीं

परिवार सहित खुद को कमरे में बंद कर लगाई आग

इसके बाद विजय ने पत्नी और बेटियों के साथ खुद को कमरे में बंद कर आग लगा दी। जब पुलिस पहुंची, तो कमरे की टांड़ (ऊपरी भाग) से विजय, उसकी पत्नी धीरज कुमारी और दो बेटियों प्रियांशी व रियांशी की जली हुई लाशें मिलीं।

सिंदूर और अक्षत से नरबलि की आशंका

घटना की सबसे रहस्यमयी बात यह रही कि दोनों किशोरों की लाश के पास सिंदूर और खून से सने अक्षत (चावल) पाए गए। इससे गांव में नरबलि की चर्चा जोरों पर है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है, लेकिन फॉरेंसिक टीम इस एंगल से जांच कर रही है।

मानसिक स्थिति थी अस्थिर, एक साल पहले बेटे की मौत

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि विजय मौर्य पिछले एक साल से मानसिक रूप से अस्थिर था। एक सड़क हादसे में उसके इकलौते बेटे की मौत हो चुकी थी, जिसके बाद वह डिप्रेशन में चला गया। घर में भी पत्नी और बेटियों से झगड़े होते रहते थे।

पुलिस जांच में उलझन, हत्या या धार्मिक क्रूरता?

पुलिस अधीक्षक आरएन सिंह के अनुसार, मामले की हर एंगल से जांच हो रही है। सिंदूर, अक्षत, हत्या का तरीका और आत्महत्या — सब मिलकर केस को उलझा रहे हैं। विजय के भाइयों से पूछताछ की जा रही है, लेकिन अभी तक हत्या का कोई साफ मकसद सामने नहीं आया है।

गांव में मातम, इकलौते बेटे की हत्या से परिवार बेहाल

सूरज, जो कि अपने परिवार का इकलौता बेटा था, उसकी मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में सन्नाटा पसरा है और लोग अभी भी यकीन नहीं कर पा रहे कि ऐसा कुछ हुआ भी है।

बहराइच की यह घटना केवल एक पारिवारिक विवाद या मानसिक बीमारी तक सीमित नहीं लगती। सिंदूर और अक्षत की मौजूदगी ने इसे धार्मिक/तांत्रिक नरबलि के शक की ओर मोड़ दिया है। पुलिस और फॉरेंसिक टीम हर पहलू से जांच कर रही है, लेकिन अभी तक मामला “हत्या, आत्महत्या या अंधविश्वास” — तय नहीं हो सका है।

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