आजमगढ़ (उत्तर प्रदेश) : अब नकारात्मक छवि से निकलकर औद्योगिक विकास और हरित ऊर्जा (Green Energy) का नया केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है। जहां कभी आजमगढ़ का नाम आतंकवाद और अंडरवर्ल्ड के संदर्भ में लिया जाता था, वहीं अब यही ज़िला उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े निजी निवेश प्रोजेक्ट्स में से एक की मेज़बानी करने जा रहा है।
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599 करोड़ की लागत से लग रहा है मेगा ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट
देश-विदेश में सफल कारोबारी रह चुके सत्येंद्र विश्वकर्मा, अब आज़मगढ़ मंडल के मऊ, बलिया और आज़मगढ़ के विकास के लिए एक ऐतिहासिक क़दम उठा रहे हैं। उनकी कंपनी “ALEXANDRAS BREWERY AND DISTILLERY PRIVATE LIMITED” आजमगढ़ मंडल में 599 करोड़ रुपये की लागत से एथेनॉल प्लांट, CNG यूनिट, राइस मिल, ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट, CO₂ रीकवरी सिस्टम और सोलर पावर प्लांट की स्थापना करने जा रही है।
700 परिवारों को मिलेगा प्रत्यक्ष रोजगार
इस परियोजना के तहत लगभग 600 से 700 परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने का अनुमान है। इसके अलावा, हज़ारों अप्रत्यक्ष रोजगार भी सृजित होंगे, जिससे बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे आजमगढ़ मंडल में एक नया अवसर पैदा होगा।
टीम का साथ
सत्येंद्र विश्वकर्मा के सपने को डायरेक्टर व वाइस प्रसिडेंट पवन पान्डेय, डायरेक्टर\ सीओओ राजन प्रताप सिंह, एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रवि मिश्रा, कंपनी के लीगल एडवाइजर आदित्य सिंह, सेल्स हेड अशोक पांडेय, IT हेड दुर्गा प्रसाद विश्वकर्मा, करन सिंह (गोलडास) कंपनी के अन्य सहयोगियों ने दिन रात अथक मेहनत कर जमीन पर उतारने में मदद की।
प्लांट के लाभ का 45% आजमगढ़ के विकास में
सत्येंद्र विश्वकर्मा ने यह घोषणा की है कि इस प्रोजेक्ट से होने वाले लाभ का 45% हिस्सा समाज और क्षेत्र के विकास में वापस लगाया जाएगा।
इसमें:
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20% शिक्षा, स्किल डेवेलपमेंट और स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होगा
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10% कंपनी कर्मचारियों में बोनस के रूप में वितरित किया जाएगा
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15% ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास में लगाया जाएगा
भूमि अधिग्रहण पूर्ण, निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 55 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जा चुकी है और निर्माण कार्य इसी वर्ष शुरू होने जा रहा है। परियोजना को 1 वर्ष 5 महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
आजमगढ़ की छवि बदलने की पहल
इस प्रोजेक्ट से सिर्फ आजमगढ़ की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा नहीं मिलेगा, बल्कि इससे जिले की छवि और युवा पीढ़ी की सोच में भी बदलाव आएगा। यह दिखाता है कि एक गांव से निकला व्यक्ति भी वैश्विक स्तर पर सोच सकता है और अपने क्षेत्र को बदलने की क्षमता रखता है।
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आजमगढ़ में निवेश और रोजगार की नई उम्मीद
“ALEXANDRAS BREWERY AND DISTILLERY PRIVATE LIMITED” का यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक फैक्ट्री नहीं, बल्कि एक विजन है जो पूर्वांचल की तकदीर बदल सकता है। यह कदम आजमगढ़ को निवेश और नवाचार के मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।