
दरभंगा में अमित शाह का मूड गर्म था और माइक ठंडा नहीं पड़ रहा था। उन्होंने बिहार की जनता को याद दिलाया कि “कुर्सी कोई सरकारी बेंच नहीं है जो खाली मिल जाए।”
शाह बोले — “लालू-राबड़ी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं, सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री। लेकिन जनता ने क्लियर बोल दिया — सीट ओक्यूपाइड है! मोदी दिल्ली में हैं, नीतीश पटना में, बाकियों को वेटिंग लिस्ट में डाल दो।”
“परिवारवाद” पर शाह की सर्जिकल स्ट्राइक
शाह ने कहा — “जो नेता अपने बेटा-बेटी को सीएम-पीएम बनाना चाहते हैं, वो आम जनता, किसानों और गरीबों का दर्द कैसे समझेंगे?”
उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि “सियासत को घर की दुकान बना दिया गया है। बिहार की जनता अब ‘फैमिली पैक’ नहीं, ‘डेवलपमेंट पैक’ चाहती है।”
राहुल गांधी पर ‘घुसपैठिया’ पंच
शाह बोले — “राहुल गांधी ने ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ निकाली है। लेकिन बिहार में सरकार वही बनाएगा जिसे बिहार के लोग चुनेंगे, बांग्लादेश के नहीं!”
सभा में हंसी और तालियों की गूंज के बीच शाह ने कहा — “हम घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे, वोट बैंक नहीं बनाएंगे।”

लालू-कांग्रेस पर ‘घोटाला चार्ट’ ओपन
शाह ने चारा, लैंड फॉर जॉब, होटल सेल और राहत घोटालों की फाइल खोलते हुए कहा — “लालू-राबड़ी का रिकॉर्ड लंबा है, कांग्रेस का उससे भी पुराना।”
उन्होंने कांग्रेस पर 12 लाख करोड़ रुपये के स्कैम्स का जिक्र करते हुए कहा — “इनके पास घोटालों की हिस्ट्री है, और मोदी-नीतीश के पास ईमानदारी की मिस्ट्री।”
“21 साल बनाम 21 घोटाले” का कंपैरिजन
शाह बोले — “मोदी 11 साल से, नीतीश 20 साल से जनता की सेवा कर रहे हैं, लेकिन एक भी करप्शन चार्ज नहीं।”
सभा के आखिर में उन्होंने ठहाके के बीच कहा — “अब परिवारवाद वालों को सियासत नहीं, सन्यास लेना चाहिए!”
“छठी मैया नाराज़? शाह बोले—14 नवंबर को राहुल-लालू ‘ऑफलाइन’ हो जाएंगे
