
Bigg Boss 19 के लेटेस्ट एपिसोड में एक इमोशनल मोमेंट तब देखने को मिला जब अमाल मलिक ने बसीर अली से बात करते हुए अपनी मां के प्रेग्नेंसी पीरियड का ज़िक्र किया। अमाल ने बताया कि वो एक ज्वॉइंट फैमिली में पले-बढ़े, जहां उनकी मां को अक्सर तानों और गलत बर्ताव का सामना करना पड़ा।
“एक दिन मम्मा को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने अपना हाथ कपबोर्ड में दे मारा…”
इस बयान ने घर के बाकी सदस्यों को भी झकझोर कर रख दिया। सिंगर ने कहा कि उनकी मां के संघर्षों की वजह से ही आज वो इस मुकाम तक पहुंचे हैं।
“डैड को स्टूडियो बुलाया, फिर गाना किसी और की आवाज़ में सुना!” – अनु मलिक पर गंभीर आरोप
इस बातचीत में अमाल ने अपने पिता के साथ म्यूजिक इंडस्ट्री में हुए धोखे का भी जिक्र किया। उन्होंने दावा किया कि उनके पिता को एक बार स्टूडियो में रिकॉर्डिंग के लिए बुलाया गया, लेकिन बाद में पता चला कि उसी गाने को उदित नारायण की आवाज़ में रिलीज कर दिया गया।
“डैड स्टूडियो गए थे, लेकिन असली रिकॉर्डिंग तो पहले ही हो चुकी थी। उन्हें सिर्फ दिखावे के लिए बुलाया गया था।”
अमाल ने साफ कहा कि ये सब उनके अंकल अनु मलिक की तरफ से हुआ और ये एक तरह का “fake recording trap” था।

“मेरे डैड को ऐसा फील कराया गया जैसे उन्हें चांस मिल रहा हो” – अमाल की बेबाकी
अमाल का कहना था कि उनके पापा को ये फील कराया गया कि उन्हें म्यूजिक इंडस्ट्री में काम दिया जा रहा है, लेकिन हकीकत ये थी कि उनके पुराने गाने को किसी और की आवाज में चुपचाप रिलीज कर दिया गया। यह बयान ना सिर्फ इमोशनल था, बल्कि इंडस्ट्री की सच्चाई को उजागर करता प्रतीत हुआ।
Reality शो में रियल इमोशन: दर्शक भी हुए भावुक
शो के दौरान यह सेगमेंट इतना इमोशनल था कि सोशल मीडिया पर भी #AmaalMalik ट्रेंड करने लगा। दर्शकों ने ट्वीट्स और कमेंट्स के जरिए अमाल के साहस और सच्चाई बयान करने की तारीफ की।
क्या अनु मलिक देंगे जवाब? उठेंगे नए सवाल
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या अनु मलिक इस पर कोई जवाब देंगे? क्या अमाल के इन दावों पर म्यूजिक इंडस्ट्री से कोई रिएक्शन आएगा?
यह मामला सिर्फ एक पारिवारिक तकरार नहीं, बल्कि एक इंडस्ट्री के सिस्टम की परतें खोलता नजर आ रहा है।
‘बिग बॉस’ बना इमोशनल प्लेटफॉर्म या सच की अदालत?
जहां बिग बॉस आमतौर पर झगड़ों और ड्रामे के लिए जाना जाता है, वहीं अमाल मलिक का यह इमोशनल खुलासा शो को एक नई, संवेदनशील दिशा देता है। यह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि उन अनकहे संघर्षों की आवाज़ है जो अक्सर ग्लैमर की चकाचौंध में दब जाती है।
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