आकाशतीर’: अब भारत की हवा भी दुश्मन के लिए खतरा

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा। भारत ने जवाबी कार्रवाई के तहत 6-7 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर हमले किए। इस सैन्य संघर्ष में ‘आकाशतीर’ एयर डिफेंस सिस्टम ने खास भूमिका निभाई।

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DRDO प्रमुख समीर वी कामत के अनुसार, ‘आकाशतीर’ ने इस ऑपरेशन में शानदार प्रदर्शन किया और दुश्मन के ड्रोन व मिसाइल हमलों को सफलतापूर्वक रोका।

‘आकाशतीर’ की खासियत क्या है?

आकाशतीर‘ एक स्वचालित वायु रक्षा नियंत्रण और रिपोर्टिंग प्रणाली (Air Defence Control and Reporting System) है। इसका निर्माण DRDO द्वारा किया गया है और यह भारतीय सेना, वायुसेना व नौसेना के साथ संयुक्त रूप से कार्य करता है।

मुख्य विशेषताएं:

  • स्वदेशी तकनीक पर आधारित

  •  दुश्मन के ड्रोन, विमान और मिसाइलों का वास्तविक समय में पता लगाना और नष्ट करना

  •  रडार, सेंसर और संचार प्रणालियों का एकीकृत नेटवर्क

  •  वाहन-आधारित प्रणाली: त्वरित तैनाती के लिए उपयुक्त

  •  C4ISR (Command, Control, Communication, Computer, Intelligence, Surveillance and Reconnaissance) फ्रेमवर्क का हिस्सा

कैसे काम करता है ‘आकाशतीर’?

‘आकाशतीर’ की कार्यप्रणाली तीन मुख्य चरणों में विभाजित है:

  1. पता लगाना (Detection):
    आधुनिक 3D टैक्टिकल कंट्रोल रडार और लो-लेवल लाइटवेट रडार का उपयोग कर हवाई ख़तरों का पता लगाता है।

  2. ट्रैकिंग (Tracking):
    AI और डेटा एनालिटिक्स की मदद से लक्ष्य की स्थिति व दिशा को सटीक रूप से ट्रैक करता है।

  3. निष्क्रिय करना (Neutralization):
    आकाश या अन्य मिसाइल प्रणालियों के माध्यम से तुरंत कार्रवाई कर खतरे को नष्ट करता है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ‘आकाशतीर’ की भूमिका

भारत सरकार ने कहा, “जब पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन से हमला किया, तब आकाशतीर ने एक भी लक्ष्य को नहीं चूकने दिया।” इसके मुकाबले पाकिस्तान की HQ-9 और HQ-16 प्रणालियां नाकाम रहीं।

‘आकाशतीर’ ने यह साबित कर दिया कि भारत अब आयात पर नहीं, स्वदेशी तकनीक पर निर्भर है।

एयर डिफेंस सिस्टम क्या होता है?

वायु रक्षा प्रणाली (Air Defence System) दुश्मन के विमानों, मिसाइलों और ड्रोन से रक्षा के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसका मकसद है हवाई हमलों से देश की सुरक्षा करना।

इसमें शामिल होते हैं:

  • रडार व सेंसर

  • मिसाइल/गन इंटरसेप्टर

  • कमांड और कंट्रोल यूनिट

‘आकाशतीर’ भारत की रक्षा क्षमता का एक नया प्रतीक बनकर उभरा है। स्वदेशी तकनीक से लैस यह प्रणाली अब भारत को वायु रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और मजबूत बनाती है। भविष्य के किसी भी संघर्ष में ‘आकाशतीर’ भारतीय सेना का सबसे भरोसेमंद हथियार साबित हो सकता है।

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