
बहुजन समाज पार्टी (BSP) में एक बार फिर बदलाव की बयार है, और इसकी अगुवाई खुद मायावती कर रही हैं। उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को फिर से पार्टी का नेशनल को-ऑर्डिनेटर घोषित कर दिया है।
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दिल्ली बैठक में लिया गया फैसला
पार्टी के केंद्रीय कार्यालय, नई दिल्ली में आयोजित एक अहम बैठक में मायावती ने आकाश आनंद की वापसी की औपचारिक घोषणा की। इस बैठक में देशभर से पार्टी के अध्यक्ष, महासचिव, वरिष्ठ नेता और कोर कार्यकर्ता शामिल हुए।
मायावती का बयान: “पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा देने के लिए युवाओं को आगे लाना जरूरी है। आकाश को ज़िम्मेदारी देना वक्त की मांग है।”
कौन हैं आकाश आनंद?
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मायावती के भतीजे और BSP के युवा चेहरे
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दलित अधिकारों और बहुजन वैचारिकता पर खुलकर बोलते हैं
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पिछली बार अचानक एक्टिव पॉलिटिक्स से पीछे हटाया गया था
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अब दोबारा वापसी के साथ मिशन का केंद्र बनेंगे
क्या कहता है यह फैसला?
BSP यह स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि पार्टी अब युवा नेतृत्व और भविष्य की राजनीति पर फोकस करेगी। आकाश आनंद को दोबारा लाना एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है जो दलित युवाओं और सोशल मीडिया एक्टिव बेस को दोबारा जोड़ने की कोशिश है।
चुनावी पिच तैयार कर रही BSP
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2024 में खराब प्रदर्शन के बाद BSP खुद को नए रूप में पेश करना चाहती है
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आकाश आनंद की वापसी दलित-युवाओं में नई उम्मीद जगाएगी
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विरोधियों को सीधा संदेश: BSP अभी खत्म नहीं हुई है
क्या ये यूपी 2027 की तैयारी है?
भले ही 2024 का लोकसभा चुनाव अब बीत गया हो, पर BSP की असली लड़ाई उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2027 है। आकाश आनंद का रोल आने वाले सालों में पार्टी की रणनीति और इमेज बिल्डिंग में बेहद अहम रहने वाला है।
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