AI Tools से अश्लीलता की पढ़ाई! IIIT नया रायपुर का छात्र गिरफ्तार

अजमल शाह
अजमल शाह

जहां एक तरफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से दुनिया बदल रही है, वहीं कुछ लोग इसे “इंटरनेट की चप्पल” बना कर दूसरों की ज़िंदगी बिगाड़ने में जुटे हैं। ताज़ा मामला आया है डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT नया रायपुर) से, जहां एक 21 वर्षीय छात्र सैयद रहीम अदनान अली को AI tools का दुरुपयोग कर छात्राओं की फर्जी और अश्लील तस्वीरें बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

जब टेक्नोलॉजी ने पढ़ाई छोड़ी और Photoshop पकड़ लिया!

बताया जा रहा है कि अदनान ने लगभग 36 छात्राओं की तस्वीरों को एडिट कर अश्लील रूप दे डाला — और वो भी बड़े ही प्रोफेशनल अंदाज़ में, जैसे कोई “AI Certified Harasser” हो।

AI image generation tools का उपयोग कर, अदनान ने अपने लैपटॉप और फोन को “Virtual कांड” का अड्डा बना लिया।

रजिस्ट्रार की शिकायत पर जब पुलिस ने डिवाइस खंगाले, तो कुछ ऐसा निकला जिसे देखकर खुद कंप्यूटर भी Ctrl+Alt+Delete मांग बैठे।

मामला दर्ज लेकिन फोटो वायरल नहीं — अभी तक!

पुलिस का कहना है कि फिलहाल इस बात के कोई सुबूत नहीं मिले हैं कि ये आपत्तिजनक तस्वीरें ऑनलाइन वायरल की गई हों। लेकिन सवाल ये है — अगर शेयर नहीं किया तो बनाए क्यों? Wallpaper के लिए?

राखी थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 352 और आईटी अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।

“AI से बना लेकिन असली में बर्बादी!”

इस घटना ने न केवल छात्राओं को मानसिक रूप से झकझोर दिया, बल्कि संस्थान की साख को भी नुकसान पहुंचाया है।

“AI सीखे थे रोबोट बनाने के लिए… ये तो इंसानियत ही मिटा बैठा!”

एडमिन के कंप्लेन से खुला राज़

रजिस्ट्रार श्रीनिवास के.जी. की कंप्लेंट के बाद पुलिस हरकत में आई और बिलासपुर से आरोपी को अरेस्ट किया गया। पूछताछ में माना गया कि तस्वीरों में एडिटिंग की गई थी, लेकिन शेयरिंग का कोई ट्रेस नहीं मिला — यानी, अभी ‘Only View Mode’ में था।

टेक्नोलॉजी के नाम पर “Tech-No-Logic”

सवाल उठता है कि क्या आज की नई टेक पीढ़ी नैतिकता से इतनी दूर जा चुकी है कि AI को गंदी हरकतों का सहारा बना लिया गया है? AI image tools जैसे DALL·E, Midjourney या Stable Diffusion को इस तरह से इस्तेमाल करना, न केवल अपराध है, बल्कि भविष्य के लिए खतरनाक ट्रेंड भी।

फिलहाल अदनान पुलिस हिरासत में है और जांच जारी है। लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। मामला गंभीर है, लेकिन तकनीकी गलती नहीं — सोच की गलती है।

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