खटिया डिप्लोमेसी: खेत में नेता जी, वोट में खेती!

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

गोरखपुर के डुमरी खुर्द गांव में शनिवार का दिन किसानों के लिए खास था — या शायद कैमरों के लिए ज्यादा
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पहुंचे तो पहले मंच पर गए, लेकिन फिर ऐसा भावुक मोड़ लिया कि मंच छोड़ खटिया पर बैठ गए — बिल्कुल जैसे मामा अपने भांजों से मिलने आया हो।

कहीं ये चुनावी स्टंट नहीं? या PR का रील-रेडी मूव?

“किसान अन्नदाता हैं, भगवान का स्वरूप हैं” — ये लाइन नई नहीं है

नेता जी ने वही पुराना रिकॉर्ड चलाया:
“किसान अन्नदाता हैं, कृषि हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है” और फिर MSP की लिस्ट खोल दी — गेहूं ₹160 बढ़ा, चना ₹225, मसूर ₹300, सरसों ₹250 बढ़ी… क्या किसान की उम्मीद भी ₹250 बढ़ी?

एकीकृत खेती और FPO का जादुई फॉर्मूला

नेता जी ने किसानों को बहुआयामी बनने का मंत्र दिया — फल उगाओ, फूल उगाओ, मधुमक्खी पालो, बकरी पालो, और हां, FPO बनाओ।

“FPO से किसान अपनी खुद की अर्थव्यवस्था खड़ी करें” — बिल्कुल वैसे ही जैसे नेता अपनी वोट की अर्थव्यवस्था खड़ी करते हैं!

शहीद स्मारक की दुर्दशा पर नाराज़गी: पोस्टर के पीछे की कहानी

कृषि मंत्री चौरीचौरा शहीद स्मारक पहुंचे — फूल चढ़ाया, स्तंभ देखा और फिर ‘मरम्मत कराने के निर्देश’ दे दिए।
विधायक बोले — “बजट नहीं है तो हम दे देंगे।”

वाह! किसानों को ‘विकास की झांकी’, शहीदों को ‘वादा मरम्मत’?

बुलडोजर वाला स्वागत और स्टॉल निरीक्षण

निषाद पार्टी ने बुलडोजर से फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया। एक तरफ किसानों की समस्याएं, दूसरी तरफ मंच पर “बुलडोजर PR”।

नेता जी ने कृषि स्टॉल देखे, खेती के यंत्रों की जानकारी ली, बच्चों का अन्नप्राशन कराया, और फिर पौधा लगाकर बोले — “हर व्यक्ति अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाए।”

मगर क्या खेती में इतनी छांव मिलेगी?

सरकारी योजनाएं — जो सुनने में सुंदर लगती हैं

राज्य के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा:

“डीबीडब्लू-303 और 222 किस्म पर 50% सब्सिडी है।” “चना ₹52, मटर ₹36 किलो मिलेगा।”

लेकिन किसान बोले — मंडी में दाम नहीं, खेत में पानी नहीं, और कर्ज माफ़ी का पता नहीं।

खटिया पर बैठना आसान है, हल खींचना मुश्किल

इस पूरे कार्यक्रम ने ये तो दिखा दिया कि नेता जी ग्राउंड में आ रहे हैं, लेकिन क्या जमीन पर हालात भी बदलेंगे? किसान अब फोटो नहीं, फसल की गारंटी चाहते हैं।

विरादरी की राजनीति: नेता जी का विकास रॉकेट और जनता का सपनों में पंचर

Related posts

Leave a Comment