डामर, रसगुल्ला का लेटर: जब 7वीं क्लास के लड़कों का दिल टूट गया!

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

औरैया, उत्तर प्रदेश – यहां के जवाहर नवोदय विद्यालय के सातवीं क्लास के छात्रों का एक अनोखा लेटर इन दिनों इंटरनेट पर वायरल है। वजह?
लड़कियों द्वारा उन्हें ‘डामर’, ‘रसगुल्ला’, ‘पागल’, और ‘लल्ला’ कहकर बुलाना।

ट्रंप vs मस्क: टेस्ला बनी झगड़े की चिंगारी

बिलकुल सही पढ़ा आपने — लड़कों ने बाकायदा प्रिंसिपल को एक भावुक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने लड़कियों पर नाम बिगाड़ने, शोर मचाने और गाने गाकर “डायलॉगबाज़ी” करने का आरोप लगाया।

“हम डामर नहीं!”

पत्र में लिखा गया — “अभिषेक को डामर, अनमोल को रसगुल्ला कहा जाता है।” लड़कों का कहना है कि क्लास में “ओम् फोम् धर्राटे काट रही हैं” जैसे डायलॉग से पढ़ाई का माहौल खराब हो गया है।
क्लासरूम अब क्लासिक कॉमेडी बन चुकी है।

‘सधन्यवाद’ के साथ लड़कियों के नाम भी लिस्ट में!

आवेदन पत्र का अंत और भी दिलचस्प है —
लड़कों ने कहा, “सधन्यवाद, शोर मचाने वाली लड़कियों के नाम जानवी, शिखा, रितु, काजल, अवनी।” पत्र में भावनाएं साफ झलकती हैं, जैसे कोई “शिकायत पेटी में दर्द” डलवा रहा हो।

सोशल मीडिया बोला: डामर दिल पे लग गया!

इंस्टाग्राम पर यह लेटर chhotixadvance नामक अकाउंट से शेयर किया गया और देखते ही देखते 39,000+ लाइक्स बटोर चुका है।
यूज़र्स के कमेंट्स और भी मज़ेदार हैं:

  • “अब लड़कों को भी सविनय निवेदन करना पड़ रहा है।”

  • “म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के?”

  • “डामर पर्सनल हो गया भाई!”

  • “मेरा देश बदल रहा है, रसगुल्ले से डर रहा है!”

रसगुल्ला सुनकर उनकी आत्मा क्यों पिघल गई!

ये मामला हंसी-मज़ाक में भले ही सामने आया हो, लेकिन दिखाता है कि बचपन भी अब मज़ाक में नहीं लेता बदतमीज़ी — चाहे वो लड़के हों या लड़कियां।

बकरीद की कुर्बानी का रहस्य — क्यों मनाई जाती है ईद-उल-अजहा?

Related posts