
महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर करवट बदलती दिख रही है। नगर निगम और BMC चुनावों से पहले जो घटनाक्रम सामने आ रहे हैं, उन्होंने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है। सबसे बड़ा सवाल यही है— क्या NCP (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार, अपने भतीजे और डिप्टी CM अजीत पवार के सामने राजनीतिक रूप से कमजोर पड़ते नजर आ रहे हैं?
चाचा-भतीजा फिर करीब? सीट शेयरिंग बनी सियासी पहेली
15 जनवरी को प्रस्तावित नगर निगम और BMC चुनावों से पहले यह चर्चा तेज है कि अजीत पवार गुट और शरद पवार गुट एक साथ चुनाव लड़ सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक अजीत पवार ने ‘घड़ी’ चुनाव चिन्ह पर 35 उम्मीदवार उतारने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव से शरद पवार गुट में असंतोष साफ दिखाई देने लगा। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह प्रस्ताव बराबरी नहीं, बल्कि वर्चस्व का संकेत देता है।
शरद पवार गुट में टूट, कांग्रेस की एंट्री
चाचा-भतीजा गठबंधन की खबर के बाद NCP (SP) में दरार खुलकर सामने आ गई। पुणे के पूर्व मेयर प्रशांत जगताप ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस जॉइन की। कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता भी कांग्रेस में शामिल। इससे शरद पवार की पुणे में पकड़ कमजोर और अजीत पवार की सौदेबाजी मजबूत होती दिख रही है।
कांग्रेस का साफ संदेश: NCP एक हुई तो हम अलग
इस सियासी उथल-पुथल के बीच कांग्रेस ने अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है— “अगर दोनों NCP गुट साथ आए, तो कांग्रेस उनके साथ चुनाव नहीं लड़ेगी।”
कांग्रेस का कहना है कि वह केवल समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन करेगी। इससे MVA (महाविकास आघाड़ी) की एकता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
उद्धव-राज ठाकरे की जोड़ी: BMC में बड़ा गेमचेंजर?
मुंबई की राजनीति में सबसे बड़ा धमाका तब हुआ जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने BMC चुनाव के लिए हाथ मिला लिया।
संभावित सीट बंटवारा:

- उद्धव ठाकरे गुट – 152 सीटें
- MNS – 75 सीटें
हालांकि, कांग्रेस इस गठबंधन से असहज है— खासकर उत्तर भारतीय और अल्पसंख्यक वोट बैंक को लेकर।
फडणवीस का तंज और BJP-Shinde की तैयारी
डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव-राज गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा— “यह रूस और यूक्रेन के साथ आने जैसा है।”
वहीं, BJP और एकनाथ शिंदे गुट पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
बदलेगा महाराष्ट्र का पावर बैलेंस?
इन चुनावों से तय होगा:
- शरद पवार की राजनीतिक पकड़
- अजीत पवार की रणनीतिक जीत
- कांग्रेस की अलग राह
- ठाकरे ब्रदर्स की मुंबई में ताकत
- BJP-Shinde की सत्ता बरकरार रखने की योजना
15 जनवरी के बाद महाराष्ट्र की राजनीति नए नक्शे में ढल सकती है।
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