उस्मान हादी की अंतिम विदाई या सियासी विस्फोट? ढाका हाई अलर्ट पर

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी को आज अंतिम विदाई दी जाएगी, लेकिन यह विदाई शांति से होगी या सियासी उबाल में बदलेगी—इस पर पूरे बांग्लादेश की नजरें टिकी हैं।
शुक्रवार शाम उनका पार्थिव शरीर सिंगापुर से ढाका पहुंचा था। शनिवार दोपहर करीब 2 बजे उनका जनाजा जातीय संसद भवन से निकाले जाने की योजना है।

माणिक एवेन्यू बना Power Corridor

जनाजे से पहले ही माणिक एवेन्यू पर हजारों समर्थक जुटने लगे हैं। भीड़ का सैलाब, नारों की गूंज और भावनात्मक उबाल—स्थिति बेहद संवेदनशील हो चुकी है।
इसी को देखते हुए ढाका समेत पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस, रैपिड एक्शन बटालियन और सुरक्षा एजेंसियां फुल डिप्लॉयमेंट में हैं।

हिंसा की आशंका, अंतिम संस्कार में देरी संभव

हादी की मौत के बाद से ही इंकलाब मंच से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन किए हैं। हालात को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि जनाजे के समय में देरी हो सकती है। भीड़ नियंत्रण सबसे बड़ी चुनौती बनेगी। एक चिंगारी बड़े बवाल में बदल सकती है।

अंतरिम सरकार का बड़ा फैसला: ‘शहीद’ का दर्जा

ढाका की अंतरिम सरकार ने उस्मान हादी को आधिकारिक रूप से शहीद का दर्जा दिया है। सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनूस स्वयं जनाजे में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले युनूस ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया। हादी की पत्नी और बच्चे की जिम्मेदारी लेने का वादा किया।

सियासत में यह फैसला जहां भावनात्मक है, वहीं जमीन पर इसका असर विस्फोटक भी हो सकता है।

अमेरिका और भारत की एडवाइजरी

ढाका स्थित अमेरिकी हाई कमीशन ने अपने नागरिकों को स्पष्ट चेतावनी दी है- प्रदर्शनों से दूर रहें। बड़ी भीड़ या जुलूस के पास न जाएं।

इससे पहले भारतीय उच्चायोग भी ऐसी ही एडवाइजरी जारी कर चुका है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर BSF भी अलर्ट मोड में है।

एक प्रवक्ता की अंतिम यात्रा— लेकिन रास्ते में राजनीति, भीड़, गुस्सा और बारूद। ढाका आज जनाजे का नहीं, जनभावनाओं के इम्तिहान का गवाह बनने जा रहा है।

Dalal Street पर जश्न! Sensex-Nifty की रफ्तार, निवेशकों की बल्ले-बल्ले

Related posts

Leave a Comment