
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने पूरे राज्य की राजनीति को झकझोर कर रख दिया है। रुझानों में भाजपा 94 सीटों पर आगे है—यानी लगभग ऐसा जैसे वोटिंग मशीन ने भी बोले हो “फिर से भाजपा!”
सबसे दिलचस्प बात – JDU को शामिल किए बिना भी NDA आराम से बहुमत में है।
यानि समीकरण साफ है:
BJP – 94
LJP (Ramvilas) – 19
HAM – 5
RLM – 4
टोटल = 122 (बहुमत का आंकड़ा पूरा!)
और यह बिना JDU के है। राजनीतिक गलियारों में फुसफुसाहट शुरू—“अब बिहार में नीतीश जी की ज़रूरत किसे है?”
2020 vs 2025: कहानी फिर वही, किरदार बदल गए
2020 में भाजपा को मिली थीं 74 सीटें। 2025 में उसे 101 में से 94 पर बढ़त— साफ है, इस बार बिहार में BJP की ब्रांडिंग + बूथ मैनेजमेंट + राजनीतिक कैल्क्युलेशन—सब ऑन पॉइंट!
वहीं JDU, जिसके पास 115 सीटों का टेस्ट था, अब 101 में से 82 जीतने की उम्मीद में संघर्ष कर रही है। पर चाहे जो हो—इस बार तो फैसला साफ है: “बिहार में BJP wave चली है, हवा नहीं—तूफ़ान आया है।”
NDA में नीतीश का नाम गायब क्यों था?
चुनाव कैम्पेन में महागठबंधन ने तेजस्वी को CM फेस घोषित किया था, लेकिन BJP ने नीतीश कुमार के लिए स्टेज पर ताली तो बजाई, पर मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से लगातार बचते रहे।

स्टैंडर्ड लाइन— “बहुमत के बाद विधायक दल तय करेगा”
Inside message साफ: BJP अपनी स्क्रिप्ट खुद लिख रही थी।
Opposition का हाल: “भीड़ बड़ी थी, नतीजे उल्टे आ गए”
कांग्रेस राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने अपनी पार्टी और RJD दोनों पर तीखा तंज कसा:
- सीट शेयरिंग लेट
- फ्रेंडली फाइट ने नुकसान किया
- ग्राउंड पर भीड़ थी, पर वोट कहीं और चले गए
यानी—“भीड़ हमारी, वोट उनकी!”
Classic Bihar election moment.
जनसुराज और छोटे दलों की सेंध से महागठबंधन को भारी नुकसान
जनसुराज, AIMIM, छोटे दल + Independents ने ग्रामीण वोटों को अलग-अलग दिशा में घुमा दिया। इसका सीधा फायदा BJP-led NDA को मिला। महागठबंधन की स्थिति—“एक वोट इधर गया, दूसरा उधर गया, तीसरा समझ नहीं आया।”
BJP अकेले दम पर बिहार की सबसे बड़ी पार्टी
BJP इस बार सिर्फ बड़ी पार्टी नहीं—सबसे प्रभावशाली पार्टी बनकर उभरी है। JDU की डिपेंडेंसी खत्म, समीकरण नया— “अब नीतीश जी के बिना भी सत्ता बन सकती है।”
Bihar Election Result LIVE: एनडीए की झमाझम बढ़त, RJD- Congress की मुश्किलें बढ़ीं
