
बिहार की सियासत में एक और दिलचस्प मोड़ आ गया है। मोकामा विधानसभा सीट से NDA उम्मीदवार अनंत सिंह इस वक्त जेल में हैं — दुलारचंद मर्डर केस में हिरासत में लिए गए हैं। अब उनके “अटूट साथी” और JDU के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है।
ललन सिंह बोले — ‘अनंत बाबू नहीं, पर हौसला वही है!’
मोकामा में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने कहा — “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कानून के राज का सम्मान करते हुए अनंत बाबू आज यहां नहीं हैं।
लेकिन इस घटना के पीछे साजिश है, और पुलिस जांच में सब सामने आ जाएगा।”
उन्होंने समर्थकों से कहा — “किसी का मनोबल मत गिरने दो, मोकामा की आवाज़ पहले जैसी गूंजनी चाहिए।”
पूरा बिहार मोदी-नीतीश मय है!
ललन सिंह ने जनता के सामने दावा किया — “पूरा बिहार मोदी-नीतीश मय है। बिहार में सिर्फ NDA का नाम चलेगा और एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी।”
उनके साथ डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत कई NDA नेता भी कैंपेन में उतर चुके हैं। ललन सिंह का कहना है कि “जिन लोगों ने षड्यंत्र रचा है, जनता उन्हें वोट से जवाब देगी।”
अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद JDU ने संभाली कमान
मोकामा सीट लंबे समय से अनंत सिंह का गढ़ मानी जाती रही है। बाहुबली छवि वाले अनंत सिंह इस सीट से कई बार विधायक रहे हैं। लेकिन अब जब वो जेल में हैं, तो JDU ने उनकी अनुपस्थिति में ललन सिंह को मैदान में उतार दिया है।

इस सीट की खासियत ये है कि यहां हर चुनाव ड्रामे से कम नहीं होता — बदलते समीकरण, जातीय गणित और “बाहुबली फैक्टर” हमेशा गर्म रहते हैं।
बीजेपी सांसद बोले — “अनंत निर्दोष हैं”
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अनंत सिंह का समर्थन करते हुए कहा — “उनके खिलाफ दर्ज FIR झूठी है। यह साजिश है, और इसका फायदा NDA को ही मिलेगा। अब चुनाव उम्मीदवार नहीं, बल्कि मोकामा की जनता लड़ेगी।”
“एक तरफ Candidate जेल में, दूसरी तरफ Campaign में Minister! मोकामा का चुनाव अब कोर्टरूम से क्लासरूम तक Trending है।”
मोकामा की सीट सिर्फ एक विधानसभा नहीं, बिहार की राजनीतिक “थर्मामीटर” है। अनंत सिंह की गिरफ्त2312315री और ललन सिंह की एंट्री ने माहौल को और गरम कर दिया है। अब देखना है कि जनता ‘अनंत की गैरमौजूदगी’ में किसे अपना नेता चुनती है — कानून का राज या बाहुबली का करिश्मा?
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