सेंसेक्स बना ‘बुलेट ट्रेन’ – निवेशकों ने कहा, ऐसे दिन रोज आएं

सैफी हुसैन
सैफी हुसैन, ट्रेड एनालिस्ट

दिवाली की मिठास अब तक खत्म नहीं हुई थी कि Dalal Street पर मिठाई के डिब्बे फिर से खुल गए। अमेरिका में महंगाई के आंकड़े उम्मीद से बेहतर निकले — यानि अब फेडरल रिजर्व दो बार ब्याज दर घटा सकता है और इसका असर सीधे भारत के बाजार पर दिखा।

सुबह के कारोबार में ही सेंसेक्स 450 अंक उछलकर 84,600 के पार जा पहुंचा, जबकि निफ्टी ने 25,900 का पहाड़ फुर्ती से पार कर लिया।
सुबह 10 बजे सेंसेक्स 84,683 पर और निफ्टी 25,940 पर ट्रेड करता दिखा — “बाजार में ऐसी रौनक थी जैसे किसी ने बोनस शेयरों में दीवाली बोनस जोड़ दिया हो।”

बैंकिंग और मेटल शेयरों ने दिखाई मसल पावर

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से टाटा स्टील, भारती एयरटेल, रिलायंस, SBI और TMPV टॉप गेनर्स रहे। इनके शेयरों में 1% से 2% तक की छलांग देखी गई।
बाजार में मुख्य सहारा बना — वित्तीय क्षेत्र।

  • Nifty Bank इंडेक्स 0.4% बढ़ा
  • Nifty PSU Bank इंडेक्स 1.1% उछला
  • स्मॉल-कैप और मिड-कैप भी पीछे नहीं रहे, स्मॉल-कैप 0.3% और मिड-कैप 0.4% ऊपर चढ़े।

“लगता है निवेशकों ने दिवाली की मिठाई की जगह अब ‘IPO मिठाई’ खाना शुरू कर दिया है।”

एशिया में भी बुलेट ट्रेन जैसी तेजी — जापान और कोरिया ने बनाया रिकॉर्ड!

अमेरिका में महंगाई कम होने के साथ ही दुनिया के बाजारों में भी लालच नहीं, लहर आ गई।

  • जापान का निक्केई पहली बार 50,000 अंक के पार
  • दक्षिण कोरिया का कोस्पी 4,000 के ऊपर
  • हैंग सेंग 0.78% ऊपर
  • चीन का CSI300 0.84% बढ़ा

MSCI का एशिया-प्रशांत इंडेक्स 1.3% ऊपर गया — “लगता है ग्लोबल मार्केट ने भी अपने ट्रेडिंग अकाउंट में Red से Green होने की पूजा कर ली।”

फेडरल रिजर्व से उम्मीदें — ब्याज दरों में कटौती की बयार

सितंबर की अमेरिकी महंगाई दर में गिरावट के बाद उम्मीद बढ़ गई है कि फेडरल रिजर्व अपनी अगली मीटिंग्स में ब्याज दर घटा सकता है।
जब फेड दर घटाता है, तो विदेशी निवेशक भारत जैसे उभरते बाजारों में पैसा लगाते हैं। यानी अब ‘डॉलर की बारिश’ भारत के शेयर बाजार में भी झमाझम हो सकती है।

ट्रेड एग्रीमेंट का नया तड़का — ट्रंप-शी भी खुश

अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड एग्रीमेंट का फ्रेमवर्क तैयार हो गया है। ट्रंप और शी जिनपिंग इसे हफ्ते भर में रिव्यू करने वाले हैं।

“मतलब ग्लोबल ट्रेड में अब थोड़ा प्यार और कम टैरिफ देखने को मिलेगा।”

‘जब अमेरिका छींकता है, तो भारत शेयर मार्केट में स्प्रे डालता है!’

भारतीय बाजार की ये रफ्तार ऐसी है कि अगर फेडरल रिजर्व छींके, तो सेंसेक्स हैंड सैनिटाइज़र निकाल लेता है।
निवेशक कह रहे हैं — “अरे भाई, अब तो दिवाली के बाद की सेल भी शेयर बाजार में लगी है — ‘Buy One, Profit Free’ वाली।” 

महंगाई की राहत, ब्याज दरों की उम्मीद और एशिया की चमक — इन तीनों ने मिलकर शेयर बाजार को सोमवार के मूड से बाहर निकाल दिया।
अब सवाल ये है — “क्या ये बुल रन लम्बा चलेगा या फिर मंगलवार को मार्केट फिर Diet Mode पर जाएगा?”

देश के 53वें CJI? कौन हैं जस्टिस सूर्यकांत

Related posts

Leave a Comment