
शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने एक ऐसा काम कर दिखाया, जिससे पूरा देश गर्व से सीना चौड़ा कर सकता है। सरोजिनी नगर स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट से ब्रह्मोस मिसाइलों का पहला बैच रवाना किया गया – और इसे फ्लैग ऑफ किया देश के दो सबसे ताकतवर नेताओं ने: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ।
UP का ये धमाकेदार कदम अब सिर्फ “बिरयानी” या “तेज़ ट्रैफिक” के लिए नहीं, बल्कि हाई-टेक हथियारों के प्रोडक्शन हब के लिए भी जाना जाएगा।
बूस्टर भवन इनॉगरेशन: मिसाइलों के लिए बना नया Launchpad!
कार्यक्रम में हुईं कुछ हाई-प्रोफाइल चीज़ें, जैसे बूस्टर भवन का उद्घाटन (अब नाम से ही लगता है कि यहां “थ्रस्ट” मिलेगा), डॉकिंग प्रक्रिया का लाइव प्रदर्शन, जिसमें बताया गया कि ये मिसाइल सिर्फ ताकतवर ही नहीं, टेक्नोलॉजिकल मास्टरपीस भी है। इसके साथ-साथ एयरफ्रेम, एवियोनिक्स और वारहेड बिल्डिंग्स में प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन (PDI) और सिम्युलेटर उपकरणों का भी प्रदर्शन किया गया।
Translation: “हर स्क्रू, हर वायर – सब कुछ परफेक्शन से बना है!”
भविष्य की जंग अब मोबाइल होगी: मोबाइल ऑटोनमस लॉन्चर का प्रदर्शन
इस इवेंट की शो-स्टॉपर रही – मोबाइल ऑटोनमस लॉन्चर। यानी अब मिसाइलें बस ‘इधर टच करो, उधर ब्लास्ट करो’ मोड में तैयार हैं।
साथ ही हुईं कुछ Smart पहलें स्टोरेज ट्रॉली, GST बिल का प्रेजेंटेशन (क्योंकि टेक्नोलॉजी के साथ टैक्स भी जरूरी है), और वृक्षारोपण, ताकि धरती रहे हरी-भरी, चाहे मिसाइलें जितनी उड़ें!

लखनऊ से ग्लोबल मिसाइल्स: Made in India, Made for the World
ब्रह्मोस यूनिट से पहली मिसाइल खेप का रवाना होना न सिर्फ यूपी के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए टेक्नोलॉजिकल टर्निंग पॉइंट है।
अब दुनिया देखेगी कि भारत सिर्फ मिसाइलें नहीं बना रहा, बल्कि “क्लास के साथ मास” वाली टेक्नोलॉजी तैयार कर रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा – “ये लखनऊ के लिए ऐतिहासिक दिन है”,
सीएम योगी बोले – “यूपी अब डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का पावरहाउस है”।
मतलब अब देश की ताकत सिर्फ दिल्ली या मुंबई से नहीं, नवाबी नगरी लखनऊ से भी निकलेगी।
“दोहा डायलॉग्स: तालिबान-पाकिस्तान, सीमा से सीधा सम्मेलन कक्ष में!”