
सोने ने फिर से दिखा दिया कि “मूल्यवान कौन होता है”। आज हफ्ते के पहले दिन बाज़ार खुलते ही सोने की कीमत ₹2,000 से ज़्यादा बढ़ गई, और सीधा ₹1,23,680 तक छलांग लगा दी।
MCX पर 5 दिसंबर डिलीवरी वाला सोना 1.51% की तेजी के साथ ₹1,23,201 पर ट्रेड करता दिखा। और इस खबर के बाद, आम निवेशक ने एक बार फिर अपने पुराने गहनों को प्यार से देखा… और कहा – “काश उस वक्त थोड़ा और खरीदा होता।”
अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर: जब दो हाथी लड़ते हैं, तो सोना महंगा हो जाता है
जानकारों की मानें, तो अमेरिका और चीन के बीच फिर से तनाव बढ़ने लगा है। और जैसे ही दुनिया में “अस्थिरता” आती है, निवेशक सोने की तरफ ऐसे दौड़ते हैं जैसे सेल में iPhone मिल रहा हो!
उधर अमेरिका में रेट कट की संभावना और इधर दुनिया भर की आर्थिक चिंता ने मिलकर सोने की चमक को और बढ़ा दिया है। ग्लोबल लेवल पर सोना $4,059.30 प्रति औंस तक पहुंच गया है।
‘2026 तक ₹4,00,000 का हो सकता है एक तोला!’ (लगभग)
दिसंबर 2026 तक गोल्ड $4,900/oz तक जा सकता है।
मतलब, “आज खरीदा तो कल राजा।”
या कहें – “Buy 1 tola, retire tomorrow” स्कीम चालू है।
चांदी भी पीछे नहीं, दिखाया 5,000 रुपये का जोरदार उछाल
सोने के साथ-साथ चांदी भी Shine कर रही है। MCX पर 5 दिसंबर की डिलीवरी वाली चांदी ₹1,52,322 तक पहुंच गई। सुबह 10 बजे यह ₹1,51,513 पर ट्रेड कर रही थी – यानी ₹5,047 की उछाल। प्राइवेट इनवेस्टमेंट फ्लो के चलते मीडियम टर्म में चांदी की कीमतों में और तेजी संभव है।
RBI अब तक शांत: ‘हम सोना नहीं खरीद रहे, क्योंकि हम पहले से अमीर हैं!’
रिपोर्ट्स के मुताबिक RBI ने पिछले दो महीने से कोई नया सोना नहीं खरीदा। अब कुछ लोग पूछ रहे हैं – “क्या भारत अमेरिका की चाल समझ चुका है?”
या फिर… हो सकता है कि आरबीआई भी इंतज़ार कर रहा हो कि जब सोना ₹1,50,000 पार कर जाए, तब हम कहें – “चलो अब थोड़ा बेचकर विदेश दौरा कर लें!”

पिछले 3 साल में 140% रिटर्न: ऐसा कौन सा Mutual Fund देगा भाई?
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पिछले 1 साल में: 61% की तेजी
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2025 में अब तक: 50% से ज़्यादा का उछाल
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3 साल में: 140% तक का रिटर्न
इतना रिटर्न तो टेस्ला का स्टॉक भी न दे!
धनतेरस तक सोना ₹1,30,000 तक पहुंच सकता है और 2026 में ₹1,50,000/तोला संभव है।
‘घर नहीं लिया, चलो सोना तो ले लिया!’
Real estate का ROI देख के लोग अब यही कह रहे हैं – “बिल्डर ने जो न दिया, वो सोने ने दे दिया!”
आज की खबर यही है – “Gold is the new God!” और निवेशकों की भावनाएं कह रही हैं – “सोना हमारा ईमान है, बैंकों में पड़ा Saving अकाउंट सिर्फ नुकसान है।”