
हिमाचल प्रदेश का हसीन पहाड़ी इलाका मंगलवार को एक दर्दनाक हादसे का गवाह बन गया, जब बिलासपुर ज़िले में एक बस खाई में गिर गई।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। राहत और बचाव कार्य जारी है।
मलबे में दबी पूरी बस, रेस्क्यू टीमों ने रातभर चलाया ऑपरेशन
सीएम सुक्खू ने जानकारी दी कि जैसे ही हादसे की सूचना मिली, राज्य प्रशासन और राहत दल घटनास्थल पर पहुँचे।
“पूरी बस मलबे में दब चुकी थी। एक शव बुधवार सुबह मिला, जिससे कुल मृतकों की संख्या 16 हो गई,” उन्होंने कहा।
सरकार ने किया मुआवज़े का ऐलान – 4-4 लाख रुपए
सीएम सुक्खू ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है।
“यह बहुत ही दुःखद और पीड़ादायक घटना है। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं।”
बारिश, बर्फबारी और खतरनाक सड़कें – हिमाचल में अलर्ट मोड
बिलासपुर के एसपी संदीप धवल के मुताबिक़, मृतकों में 9 पुरुष, 4 महिलाएं और 2 बच्चे शामिल हैं।
सीएम सुक्खू ने लोगों से अपील की कि “बारिश और बर्फबारी जारी है। पहाड़ों में यात्रा करने से पहले सावधानी ज़रूरी है।”
हादसे की वजह क्या रही?
हालांकि, हादसे के कारणों की जांच जारी है, लेकिन माना जा रहा है कि फिसलन, भारी बारिश और खराब सड़कें इसकी मुख्य वजह हो सकती हैं। पहाड़ी इलाकों में ऐसे हादसे मानसून में आम हो जाते हैं, लेकिन जान का नुक़सान कभी भी सामान्य नहीं होता।
16 परिवारों में मातम, सिस्टम को सीख कब मिलेगी?
हर साल ऐसे हादसे होते हैं, हर साल सरकारें मुआवज़ा देती हैं — लेकिन सवाल ये है कि सुरक्षा कब देगी? सड़कें कब बनेंगी पहाड़ी इलाकों के लिए सुरक्षित? और लाइफ की वैल्यू कितनी है – ₹4 लाख?
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