
असम के लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग की संदिग्ध मौत को लेकर मामला अब और गंभीर होता जा रहा है। मंगलवार रात को पुलिस ने इस केस में दो प्रमुख अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है, जिससे फैंस और परिवार को न्याय की उम्मीद जगी है।
कौन-कहां से पकड़ा गया?
श्यामकानु महंत – नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक को सिंगापुर से लौटते समय कोलकाता एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया।
सिद्धार्थ शर्मा – जुबिन के मैनेजर को राजस्थान से दिल्ली जाते समय गुरुग्राम में गिरफ्तार किया गया।
दोनों को गुवाहाटी लाकर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
मामला क्या है?
19 सितंबर को सिंगापुर में आयोजित नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल में परफॉर्म करने के लिए जुबिन गर्ग को आमंत्रित किया गया था। लेकिन इवेंट से एक दिन पहले ही उनकी समुद्र में डूबने से मौत हो गई।
सिंगापुर में हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण “डूबना” बताया गया, मगर असम में प्रशंसकों और परिजनों ने इसे “साजिश” बताया। राज्य सरकार ने भारत में दूसरा पोस्टमार्टम कराया। सोशल मीडिया पर #JusticeForZubeen ट्रेंड करने लगा।
परिजनों की प्रतिक्रिया
जुबिन की पत्नी गरिमा गर्ग सैकिया ने कहा:
“मैं चाहती हूं कि पुलिस सच्चाई सामने लाए। जांच के इस मोड़ पर हमें उम्मीद है कि न्याय ज़रूर मिलेगा।”
जांच में नया मोड़
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस केस को “गंभीर और संवेदनशील” बताया। 10 सदस्यीय SIT (Special Investigation Team) का गठन हुआ। जांच की अगुवाई करेंगे Special DGP MP गुप्ता। आरोपियों से अब CID मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है।
आगे क्या?
अब जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या जुबिन गर्ग की मौत एक सोची-समझी साजिश थी? सिंगापुर में उनके साथ आख़िरी समय कौन था?
फेस्टिवल आयोजकों की भूमिका क्या थी?
जुबिन गर्ग की मौत ने सिर्फ असम ही नहीं, पूरे भारत के संगीत प्रेमियों को हिला दिया है। अब जब दो मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, उम्मीद है कि जांच सही दिशा में आगे बढ़ेगी और जल्द सच्चाई सामने आएगी। क्योंकि जुबिन सिर्फ एक गायक नहीं, एक आवाज़ थे – जो अब भी इंसाफ मांग रही है।
“यशस्वी ने मारी TIME में एंट्री – अब मैदान के बाहर भी छा गए!”