
दुनिया में जब नेता गोपनीयता की बात करते हैं, तो हम सोचते हैं – ईमेल, डिफेंस फाइल्स या मीटिंग नोट्स। लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक कदम आगे हैं — उनकी पोट्टी तक classified है।
“पुतिन विदेश में भी शौच करते हैं, तो उनका मल जमा करके स्पेशल बॉक्स में रूस वापस लाया जाता है।“
(Source: Multiple credible reports – sadly, no jokes!)
सुरक्षा या सनक?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा इस डर से किया जाता है कि कोई विदेशी एजेंसी उनके DNA का एनालिसिस न कर ले।
अब भैया, CIA को क्या करना है पुतिन के ‘नाश्ते के बाद की बायोलॉजिकल रिपोर्ट’ से?
लेकिन पुतिन बोले – “नहीं, मेरी हग्गी भी हेरिटेज है!”
जो उठाते हैं Presidential पोट्टी – उनकी बीवियों का क्या भौकाल!
ज़रा सोचिए, जो अफसर ये ड्यूटी निभाते हैं – उनके घर में बातचीत कैसी होती होगी?
“मेरी सहेली बोली उसका पति डॉक्टर है, मैंने कहा – मेरा वाला तो पुतिन की पोट्टी उठाता है। इतना क्लोज है वो, कि प्राइवेट पार्ट तक प्रोटेक्ट करता है!“
शायद एक दिन डॉक्यूमेंट्री बना ही देगा: “Behind The Flush – The Putin Files”

भारत में तो ‘शौचालय योजना’ के बाद भी खेत बुक रहते हैं…
हमारे यहां तो लोग आज भी बगिया और खेत में ‘सोच’ करने जाते हैं। पुतिन की हग्गी VIP ट्रीटमेंट पा रही है, और हमारे गांव में आज भी लोग पूछते हैं – “हग्गा कहाँ करूँ?”
PM आवास योजना के साथ अब ‘PM शौच योजना – फॉर इंस्पिरेशन ऑनली’ भी चला दी जाए क्या?
राजनीति या ‘पोट्टी क्रांति’?
हो सकता है अगला चुनाव Manifesto कुछ ऐसा हो:
“हम हर नेता की हग्गी का डाटा एनक्रिप्ट करेंगे!”
या
“हर नागरिक को Presidential पोर्टेबल पॉट मिलेगा।”
जब ‘विकास’ शौचालय से होकर गुज़रता है
पुतिन की पॉलिटिक्स अब पेट के नीचे तक पहुंच चुकी है! और शायद यही दुनिया की हालत है – जहां नेता का हर ‘त्याग’ भी सुरक्षा एजेंसियों की फाइल बन जाता है।
अगली बार जब आपको लगता है कि आपकी नौकरी अजीब है – तो याद रखिए, कोई है जो इंटरनेशनल टूर पर सिर्फ ‘व्लादिमीर के मल’ को उठाने जाता है!