
सपा सांसद डिंपल यादव संसद के पास एक मस्जिद में बिना सिर ढके बैठीं थीं — बस, यही दृश्य मौलाना साजिद रशीदी की भावनाओं को इतना हिला गया कि उन्होंने एक टीवी डिबेट में आपत्तिजनक बयान दे डाला। तुलना की गई इकरा हसन से, जिनका सिर ढका हुआ था। एक तरफ ‘इस्लामिक मर्यादा’, दूसरी तरफ डिंपल जी की तस्वीर – और वहीं से शुरू हुआ विवादों का अंतहीन सफर।
FIR हुई, प्रदर्शन हुए… अब मौलाना को मिल रही धमकी?
जब सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया, सड़कों पर प्रदर्शन हुए और FIR भी दर्ज हो गई, तो अब मौलाना साहब बोले – “मुझे धमकियां मिल रही हैं!”
अब तो मौलाना FIR की फाइल लेकर खुद थाने पहुंचने वाले हैं, और आरोप है कि धमकाने वाले सपा के कार्यकर्ता हैं। अगली शिकायत शायद यह होगी कि “नेटवर्क नहीं आ रहा, धमकी ठीक से सुन नहीं पा रहा।”
मौलाना बोले: “अगर हिन्दू सड़क पर रेप करे, तो कोई प्रदर्शन नहीं करता!”
बस फिर क्या था – बात पहनावे से निकलकर मजहब, संसद और सड़क तक पहुंच गई। मौलाना ने सवाल खड़ा कर दिया कि अगर वही बात किसी हिंदू ने की होती, तो प्रदर्शन होता क्या? यानी मुद्दा अब डिबेट से निकलकर सांप्रदायिक सेंटर स्टेज पर पहुंच चुका है।
माफ़ी की शर्त?
मौलाना साहब ने देश को “बड़ी राहत” देते हुए कहा – “अगर डिंपल और अखिलेश माफ़ी मांग लें कि उन्होंने इस्लामिक नियम तोड़ा, तो मैं भी माफ़ी मांग लूंगा।”
वाह मौलाना जी! आपकी माफ़ी भी अब T&C Apply वाली हो गई है?
मस्जिद में मीटिंग या आस्था का अपमान?
पूरे मामले की जड़ 22 जुलाई को संसद के पास स्थित एक मस्जिद में हुई सपा सांसदों की मुलाकात है। तस्वीरों में रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी, धर्मेंद्र यादव, इकरा हसन और डिंपल यादव सभी बैठे दिख रहे हैं। BJP नेताओं ने इसे “मस्जिद में राजनीतिक बैठक” बताया और जमकर हमला बोला।
फोटो किसने खींची? अब मौलाना को उससे भी तकलीफ
अब मौलाना सवाल उठा रहे हैं कि जो फोटो ली गई – उसपर FIR होगी क्या?
“क्या अखिलेश यादव उस फोटोग्राफर पर भी मुकदमा करेंगे जिसने डिंपल यादव की तस्वीर वायरल की?”
सच कहें तो मामला अब इतना उलझ गया है कि बयानबाज़ी की जगह “ड्रामा स्क्रिप्टिंग” लगने लगा है।
राजनीति में भावनाएं तेज़, लॉजिक धीमा
मौलाना साजिद रशीदी का पूरा मामला अब धार्मिक अस्मिता बनाम राजनीतिक मर्यादा का शो बन चुका है। डिंपल यादव का सिर ढका था या नहीं – ये अब उतना महत्वपूर्ण नहीं रहा, जितना ये कि कौन कितना विवाद पैदा कर सकता है और फिर खुद को पीड़ित साबित कर सकता है।
POK चाहिए या परेशानी? जोश में होश न गवाएं वरना जेब और जहान दोनों जाएं!