“मोदी ऑन मिशन: लंदन से माले तक, रिश्तों की रीसेटिंग शुरू!”

अजमल शाह
अजमल शाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रिटेन और मालदीव की तीन दिवसीय विदेश यात्रा पर प्रस्थान किया। 23 से 26 जुलाई के बीच होने वाली इस यात्रा में वो दो महत्वपूर्ण साझेदार देशों से संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे।

यूके: व्यापार, टेक्नोलॉजी और शिक्षा पर फोकस

यात्रा की शुरुआत ब्रिटेन से होगी जहां पीएम मोदी ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर से मुलाकात करेंगे। उन्होंने रवाना होने से पहले कहा:

“भारत और ब्रिटेन एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी साझा करते हैं… सहयोग व्यापार, निवेश, टेक्नोलॉजी, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों तक फैला हुआ है।”

इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने और रोजगार सृजन जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

मालदीव: कूटनीतिक रिश्तों के 60 साल और समुद्री सुरक्षा

ब्रिटेन के बाद पीएम मोदी मालदीव के स्वतंत्रता दिवस की 60वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोहों में हिस्सा लेंगे। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू के निमंत्रण पर हो रही यह यात्रा कूटनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जा रही है।

“यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों के 60 साल भी हैं। मैं आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए मुइज़्ज़ू से मिलूंगा।”

 ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति को मिलेगा बल

प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि यह यात्रा भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति को और मज़बूती देगी। यह नीति भारत के आस-पास के देशों के साथ सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित है।

“मुझे विश्वास है कि यह यात्रा हमारे लोगों को लाभ पहुंचाएगी और हमारी विदेश नीति को नई दिशा देगी।”

बॉर्डर पार कूटनीति का नया अध्याय, जहां व्यापार से लेकर रक्षा और संस्कृति से लेकर समुद्री सुरक्षा तक, भारत अपने पुराने रिश्तों में नई ऊर्जा भरने की कोशिश कर रहा है।

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