
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दुनिया को चौंकाते हुए दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष को उन्होंने रोकवाया था। ट्रंप का दावा है कि यह तनाव परमाणु युद्ध तक पहुँच सकता था, लेकिन उनके दखल से मामला शांत हो गया।
“सुनो, अब और व्यापार नहीं!” – ट्रंप का फिल्मी अंदाज़
व्हाइट हाउस में दिए गए बयान में ट्रंप ने कहा:
“उन्होंने पांच विमान मार गिराए। मैंने उन्हें फोन किया और कहा – सुनो, अब और व्यापार नहीं। वो दोनों परमाणु संपन्न देश हैं। कौन जानता क्या होता?”
इसके साथ ही उन्होंने कांगो और रवांडा के बीच युद्ध रोकने का भी श्रेय खुद को दिया।
राहुल गांधी का सवाल – “बार-बार क्यों?”
इस पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीटीआई से संसद परिसर में प्रतिक्रिया दी:
“वो क्यों इतनी बार ये कह रहे हैं?”
राहुल गांधी के इस बयान में चौंक और संशय दोनों साफ नज़र आए। सवाल यह भी है कि ट्रंप का यह दोहराया गया दावा अमेरिकी राजनीति के लिए है या भारत की विदेश नीति पर दबाव बनाने की कोशिश?
ट्रंप, ट्रोल या ट्रुथ?
यह पहली बार नहीं है जब डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा बयान दिया है। 2019 और 2020 में भी उन्होंने मध्यस्थता की पेशकश की थी, जिसे भारत सरकार ने सिरे से नकार दिया था।
अब सवाल उठता है कि ट्रंप का यह बयान:
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अमेरिकी चुनावों की पिच है?
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या भारत-पाक रिश्तों में एक और “विदेशी खिलाड़ी” की एंट्री?
“ट्रंप बोले: मैंने युद्ध रोका!”
राहुल बोले: “आप बार-बार क्यों बोलते?”
देश बोले: “कौन सा युद्ध, कहाँ रोका?”
इस ट्रंप एपिसोड ने एक बार फिर भारत-पाक तनाव और अमेरिकी दखल को सुर्खियों में ला दिया है। अब देखना है कि भारत सरकार या विदेश मंत्रालय इस पर क्या आधिकारिक रुख अपनाता है।
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