
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ओडिशा की एक छात्रा की मौत के मामले में मोदी सरकार को सीधे तौर पर कठघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि ये घटना आत्महत्या नहीं बल्कि एक सुनियोजित “सिस्टम द्वारा की गई हत्या” है।
छात्रा ने यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई थी, लेकिन बदले में उसे धमकाया गया, प्रताड़ित किया गया और अपमानित किया गया। राहुल गांधी का आरोप है कि जिन पर उसे सुरक्षा देने की जिम्मेदारी थी, वही उसे मानसिक रूप से तोड़ते रहे।
क्या है पूरा मामला?
बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज की एक छात्रा ने विभागाध्यक्ष समीर साहू पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। पीड़िता ने कॉलेज प्रशासन से कई बार शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
थक-हारकर उसने आत्महत्या की कोशिश की, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
परिवार का आरोप: “महीनों से शोषण हो रहा था”
परिवार का कहना है कि पीड़िता लगातार यौन उत्पीड़न झेल रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन ने जानबूझकर इस मामले को दबाने की कोशिश की।
इस घटना के बाद समीर साहू को पुलिस ने गिरफ्तार किया, और कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष को भी हिरासत में लिया गया है।
बीजेपी का पलटवार: “राहुल गांधी ओछी राजनीति कर रहे हैं”
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति करना “सस्ती मानसिकता” को दर्शाता है।
उनका कहना है कि मामले की जांच कानून के अनुसार हो रही है, और राहुल गांधी इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर गंदी राजनीति कर रहे हैं।
(अगर आप या आपके किसी जानने वाले को मानसिक तनाव है तो भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 1800 233 3330 पर संपर्क करें।)