
संसद के शीतकालीन सत्र के 14वें दिन लोकसभा में विकसित भारत, रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक 2025 — VB-G RAM-G Bill पास हो गया।
बिल को विपक्ष के भारी हंगामे के बीच पारित किया गया, जबकि सदन में विपक्षी सांसदों ने बिल की कॉपी फाड़कर विरोध दर्ज कराया।
यह विधेयक मौजूदा MGNREGA (मनरेगा) की जगह लेने के प्रस्ताव को लेकर लाया गया है, जिसे लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है।
Opposition का तीखा विरोध
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्षी दलों ने मकर द्वार से संसद परिसर तक मार्च निकाला। सदन के अंदर विरोध और भी उग्र हो गया, जहां सांसदों ने बिल की प्रतियां फाड़कर हवा में उछाल दीं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे “महात्मा गांधी का अपमान और ग्रामीण भारत के ‘Right to Work’ पर सीधा हमला” करार दिया।
( सदन में बहस कम, symbolic protest ज़्यादा दिखा — पेपर फाड़ना भी अब political statement बन चुका है।)
Shivraj Singh Chauhan का जवाब: “बापू हमारे दिल में हैं”
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिल पर सरकार का पक्ष रखते हुए कहा, “यह देश जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता-जागता राष्ट्रपुरुष है। हम इसके लिए जिएंगे और जरूरत पड़ी तो मरेंगे भी।”
उन्होंने कहा कि विपक्ष बिना वजह ‘जी राम जी’ नाम पर भड़क रहा है, जबकि महात्मा गांधी का सपना रामराज्य ही था।
Naming Row पर तीखा तंज
शिवराज चौहान ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा, “झूठ बोलने का अधिकार तो कांग्रेस के पास है।”

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 25 योजनाएं राजीव गांधी के नाम पर- 27 योजनाएं इंदिरा गांधी के नाम पर रखी गई हैं और यह मोदी सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।
(नाम बदलने पर हंगामा, पुराने नामों पर मौन — यही है भारतीय राजनीति का evergreen template!)
VB-G RAM-G Bill में क्या है सरकार का Vision?
मंत्री चौहान ने कहा कि PM Modi के ‘Viksit Bharat’ विज़न के तहत गांवों को- आत्मनिर्भर- रोजगार संपन्न- गरीबी मुक्त- आधुनिक सुविधाओं से लैस बनाया जाएगा।
Model Villages का Blueprint
सरकार के अनुसार नए मिशन के तहत गांवों में होंगे:
- Quality Education
- Skill Development Centres
- Digital Classrooms
- Libraries
- Training Centres
- Computer Labs
लक्ष्य है कि ग्रामीण बच्चों को कोई भी अवसर छूटे नहीं।
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