
“साहब, इस बार लक्ष्मी जी खुद विभाग में आ रही हैं!” दिवाली का त्योहार आते ही सरकारी दफ्तरों में सफाई से ज्यादा “बोनस” की चर्चा शुरू हो जाती है। और इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों की मेहनत पर मुहर लगाते हुए दीपावली से पहले ही ₹6908 का बोनस देने का ऐलान कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ये खुशखबरी सुनाई और कहा – “सरकारी कर्मचारी प्रदेश की रीढ़ हैं, और त्योहारों में उनकी जेब में मिठास होनी चाहिए।”
Level-8 तक के वेतन पाने वाले कर्मचारियों को मिलेगा ये लाभ। यानी जिनकी मंथली सैलरी ₹47,600 से लेकर ₹1,51,100 तक है — उनके घर पर इस बार गुलाब जामुन भी आएंगे और सूट-बूट भी।
बोनस का गणित: 7,000 की लिमिट, 6,908 की रसीद!
वित्त विभाग की मैथमेटिक्स भी कुछ ऐसी है – “बोनस तय होगा 7,000 रुपये के बेस पर, लेकिन हाथ में आएंगे ₹6,908!”
बाकी ₹92 कहां गए? शायद वही खो गए जहां हर साल बोनस के साथ उम्मीदें जाती हैं – “PF कटौती” और “प्योरली प्रोसेसिंग फीस” में।
टाइमिंग पर सटीक प्लानिंग: दीपावली से पहले खाते में ट्रांसफर
CM ने कहा है कि बोनस का भुगतान अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में हो जाएगा — ताकि कर्मचारी समय रहते EMI भर सकें, बच्चों के लिए पटाखे ला सकें और मोहल्ले में मिठाई बांटते हुए कह सकें, “हमको भी मिला है बोनस भाई!”
उज्ज्वला वालों की भी लगी लॉटरी: फ्री एलपीजी सिलेंडर!
इतना ही नहीं, योगी सरकार ने उज्ज्वला योजना की लाभार्थी 1.86 करोड़ महिलाओं को भी दिवाली गिफ्ट दिया है — एक फ्री एलपीजी सिलेंडर रिफिल। मतलब पहले पैसा दो, फिर सरकार वापस करती है — “पहले स्नेह से भरोसा करो, फिर UPI से रिफंड लो!” \
अगर आप यूपी के सरकारी कर्मचारी हैं तो इस दिवाली आपके लिए “बोनस इज इन द एयर” है। और अगर उज्ज्वला योजना की लाभार्थी हैं, तो आपके लिए भी किचन में “दिवाली की खुशबू” मुफ्त में आ रही है।
डेंगू है, तो चावल पर कंट्रोल कर लो महाराज! नहीं तो रिकवरी जाएगी छुट्टी पर…