किएर स्टार्मर का यूके वीज़ा स्टैंड: व्यापार OK, कामगार Not OK!

Saima Siddiqui
Saima Siddiqui

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सर किएर स्टार्मर इन दिनों इंडिया टूर पर हैं – नहीं, गोवा में छुट्टियाँ मनाने नहीं, बल्कि निवेश और व्यापार की “घंटी बजाने” के मिशन पर!

हाल ही में हुए UK-India फ्री ट्रेड एग्रीमेंट की शान में लंदन के व्हिस्की व्यापारी और दिल्ली के हीरे-जवाहरात कारोबारी सब जश्न मना ही रहे थे कि पीएम साहब ने आकर मूड थोड़ा “ऑफ” कर दिया। बोले – “वीज़ा? वो तो हमारा ब्रेकफास्ट टेबल टॉपिक ही नहीं है।”

“मुद्दा वीज़ा नहीं है”, बोले पीएम – और भारतीय स्टूडेंट्स ने गूगल पर “UK alternative” सर्च किया

किएर स्टार्मर ने बड़े ही डिप्लोमैटिक और प्रैक्टिकल अंदाज़ में कहा कि यूके अब अपने वीज़ा नियमों में कोई ढील देने नहीं जा रहा।
यानि कि “अब नौकरी के साथ-साथ ब्रिटेन का सपना भी Work Visa में Pending रहेगा!”

उन्होंने कहा कि असली मुद्दा निवेश, रोजगार और आर्थिक समृद्धि है। यानी ब्रिटेन को “टैलेंट” से ज़्यादा “टैलेंट में पैसा” चाहिए।

भारत आए, व्यापार लाए… पर वीज़ा लाए क्या? – नहीं!

स्टार्मर 100+ लोगों की “बिजनेस बारात” के साथ भारत आ रहे हैं – जिनमें उद्यमी, यूनिवर्सिटी चांसलर और कल्चरल हस्तियाँ शामिल हैं। उनका मिशन है:

ब्रिटिश कारें बेचना, भारतीय जूलरी लेना, और वीज़ा के नाम पर सिर्फ मुस्कुरा देना।

यानी मस्त ट्रेड डील, सस्ती स्कॉच, और वीज़ा वाले सपनों में थोड़ी कड़वाहट।

लेकिन ये “ट्रेड डील” आखिर है क्या?

ब्रिटिश कारें और व्हिस्की अब भारत में सस्ती मिलेंगी।

भारत के वस्त्र और जूलरी UK में ज़्यादा सस्ते में बिकेंगे।

भारतीय शॉर्ट टर्म वीज़ा होल्डर्स को सोशल सिक्योरिटी टैक्स से 3 साल की छूट भी मिलेगी।

पर… Work Visa, Student Visa?

Sorry, “Under Construction” Since 1947.

वीज़ा नहीं मिलेगा, पर ‘विवेक’ ज़रूर मिलेगा – विदेश नीति की नई परिभाषा!

स्टार्मर जी ने दो टूक कह दिया कि इमिग्रेशन पॉलिसी में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला।
मतलब –

“स्किल्ड हो या कूल – नो एंट्री विदाउट रूल!”

बहराइच में डिप्टी CMO राकेश प्रसाद की संदिग्ध मौत, कमरे से मिला शव

Related posts

Leave a Comment