“पलटी बहादुर बनाम विचारधारा”: उद्धव के MLA- BJP के Google Meet में?

भोजराज नावानी
भोजराज नावानी

महाराष्ट्र में एक बार फिर सत्ता के गलियारों से ज्यादा हलचल ‘संपर्क सूत्रों’ में दिख रही है। भाजपा नेता गिरीश महाजन का कहना है कि उद्धव ठाकरे के खुद के विधायक और सांसद अब “Hi” कहने लगे हैं — मगर बीजेपी को। महाजन ने दावा किया कि इन माननीयों को अब उद्धव के “नेतृत्व” से ज़्यादा भरोसा Google Meet लिंक पर है

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“पलटी बहादुर: बायोग्राफ़ी विदाउट फिल्टर”

महाजन ने उद्धव ठाकरे को सीधा-सीधा “पलटी बहादुर” कहकर अगले चुनाव के लिए ट्रेलर जारी कर दिया। बोले – “मुख्यमंत्री बनने की इतनी जल्दी थी कि बंदा बालासाहेब की विचारधारा को ड्राइव में सेव करना ही भूल गया।”
अब जनता पूछ रही है: “आख़िर कितना झुकेंगे उद्धव जी, गठबंधन की एक्सरसाइज़ में?”

“राज और उद्धव: मंच साझा, लेकिन वोट अलग-अलग खाते में”

हाल ही में राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे की साथ मंच पर वापसी ने 90s की फिल्मों की याद दिला दी। दोनों भाई एक ही मंच पर आए, पर आंखों में अभी भी पुरानी स्क्रिप्ट चल रही थी।
भाजपा ने भी चुटकी ली: “ये मेल हिंदुत्व के लिए नहीं, हाई डोज़ ड्रामा के लिए था।”

“त्रिभाषा नीति या तिरंगा कन्फ्यूजन?”

पूरा विवाद तो त्रिभाषा नीति से शुरू हुआ था — सरकार ने स्कूलों में हिंदी को तीसरी भाषा बना दिया।
उद्धव-राज ने कहा, “हमारी मातृभाषा मराठी है!”
सरकार बोली, “तीसरी भाषा पढ़ाने में क्या हर्ज है, आप तो तीसरे गठबंधन से भी नहीं कतराते?”

“विचारधारा बेचैन है, गठबंधन आराम में”

उद्धव ने 2019 में एनसीपी और कांग्रेस से हाथ मिलाकर बालासाहेब की आत्मा को अनफॉलो कर दिया।
भाजपा के शब्दों में, विचारधारा से अलग होकर जब आप सत्ता की Search History बदलते हैं, तो जनता आपको याद कर लेती है… और लॉग आउट भी कर देती है।

“जल्द देखिए – MLA Transfer Season 2, Coming Soon on Maharashtra!”

महाजन ने बड़ा वादा किया है कि जिन सांसदों-विधायकों की बात वह कर रहे हैं, “आप खुद उन्हें जल्द ही देखेंगे – पार्टी बदलते, और रंग भी!”
राजनीति में कब कौन ‘Seen’ से ‘Left Group’ में चला जाए, ये तो आने वाले एपिसोड ही बताएंगे।

अब महाराष्ट्र की राजनीति WhatsApp ग्रुप से ज्यादा इंस्टाग्राम स्टोरी जैसी हो गई है – हर दिन नया ट्विस्ट, नया फिल्टर, और पुरानी पोस्ट डिलीट।

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