: भारत ने 25 देशों के साथ मिलकर अमेरिका को डाक में दिया जवाब

हुसैन अफसर
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“इतना टैरिफ लगा दूंगा कि सिर घूम जाएगा!” – डोनाल्ड ट्रंप
“घूमने दो, हम खत से काम चला लेंगे।” – भारत

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 27 अगस्त 2025 से भारत समेत कई देशों पर 50% टैरिफ ठोंक दिया है। इसका सबसे बड़ा असर छोटे पार्सल्स और ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट पर पड़ा है।

अब अमेरिका को सिर्फ पत्र जाएंगे, पार्सल नहीं

ट्रंप सरकार ने 800 डॉलर तक के पार्सल पर टैक्स छूट खत्म कर दी है। नए नियम के तहत अब केवल लेटर, डॉक्युमेंट और 100 डॉलर तक के गिफ्ट ही अमेरिका भेजे जा सकेंगे। बाकी सब कुछ भेजने से पहले कस्टम ड्यूटी एडवांस में चुकानी होगी।

तो भारत समेत 25 देशों ने अमेरिका को साफ-साफ कह दिया – अब डाक में आपको प्यार भेजेंगे, पार्सल नहीं।

ट्रंप के टैरिफ का असर: भारत की GDP और रोजगार को झटका?

भारत की टेक्सटाइल, ज्वेलरी, ऑटो पार्ट्स, और एपैरल इंडस्ट्री पर इस टैरिफ का भारी असर पड़ सकता है।

रोजगार पर संकट

निर्यात में गिरावट

कच्चे माल की कीमत में इजाफा

भारतीय स्टार्टअप्स की नींद हराम

भारत का जवाब: स्वदेशी से देंगे ग्लोबल चैलेंज

भारत सरकार ने ट्रंप टैरिफ का मुकाबला करने के लिए “आत्मनिर्भर भारत” और “मेक इन इंडिया” का रथ और तेज़ कर दिया है।

नए बाजारों की खोज

लोकल मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा

WTO के नियमों के तहत जवाबी टैरिफ की तैयारी

डोनाल्ड ट्रंप के लिए स्पेशल पोस्टकार्ड?

भारत से एक व्‍यंग्यात्मक संदेश वायरल हो रहा है —

“डियर डोनाल्ड, अब Amazon से सामान नहीं आएगा, पर दीवाली पर खत ज़रूर भेजेंगे!”

 ग्लोबल असर: डाक से नहीं, अब डिजिटल दोस्ती?

25 देशों द्वारा अमेरिका को पार्सल भेजना बंद करना ट्रंप प्रशासन के लिए सॉफ्ट पावर का बड़ा झटका है। इससे केवल व्यापार ही नहीं, कूटनीतिक रिश्तों पर भी असर पड़ सकता है।

“टैरिफ वॉर में अब गेम सिर्फ टैक्स का नहीं, पब्लिक पर्सेप्शन का भी है। ट्रंप के टैरिफ के जवाब में भारत ने एकदम देसी अंदाज में मुंहतोड़ जवाब दिया है – पोस्टल तरीके से!”

जहां अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाकर दबाव बनाने की कोशिश की, वहीं भारत ने 25 देशों के साथ मिलकर पोस्टल सर्विस रोककर यह दिखा दिया कि कूटनीति अब चुपचाप नहीं, लेटरहेड पर होती है।

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