डॉक्टर पर वार, अस्पताल बना अखाड़ा — त्रिपुरा में हेल्थ वॉर

Lee Chang (North East Expert)
Lee Chang (North East Expert)

रविवार तड़के त्रिपुरा के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल GBP में डॉक्टर लिटन दास पर उनके ही मरीज़ के परिजनों ने MMA स्टाइल अटैक कर दिया।
आंखों में नींद नहीं, नर्सिंग स्टाफ़ का साथ नहीं — फिर भी डॉक्टर ड्यूटी पर थे। और सामने से आ गए — बापन और तपन सरकार, अपने पिता के साथ, जिन्हें कथित रूप से ज़हरीली शराब ने गिरा दिया था।

Attack Timing: “Doctor’s Hour” यानी 3:45 AM

समय था सुबह 3:45 — जब अधिकतर लोग या तो नींद में होते हैं या इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रहे होते हैं, लेकिन डॉक्टर ड्यूटी पर थे।
तपन और बापन जैसे लग रहे थे किसी रियलिटी शो के कैरेक्टर, लेकिन अचानक इमरजेंसी को बना दिया “थ्रिलर मूवी का सेट”

डॉ. लिटन दास और अभिषेक देब पर हुआ हमला। धक्का-मुक्की, गालियाँ, और फिर डॉक्टर ज़मीन पर।

Security: Present but Useless — बॉलीवुड बैकग्राउंड एक्टर्स स्टाइल

निजी सुरक्षा गार्ड भी मौजूद थे, पर शायद वो भी यही सोच रहे थे:

“ये सीन स्क्रिप्ट में था क्या?”
नतीजा? हमलावर दोनों फरार और डॉक्टर घायल।

“डॉक्टरों को पीटने का नया ट्रेंड?”

आपातकालीन प्रमुख डॉ. शिशुन्दु धर बोले:

“हम तो जान बचाने आए थे, खुद की जान पर बन आई।”

उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कनक चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी:

“अब डॉक्टरों को PPE के साथ-साथ बॉडी आर्मर भी पहनना पड़ेगा क्या?”

FIR का वादा, गिरफ्तारी अभी Pending

पुलिस को बुलाया गया, FIR की प्रक्रिया जारी है। अस्पताल प्रशासन सोमवार को विस्तृत शिकायत देगा।

लेकिन अभी तक बापन और तपन की लोकेशन?
“नॉट अवेलेबल”, ठीक उनके पिता की तरह जिनका इलाज बीच में छोड़कर वो भाग निकले।

सवाल जो हर बार उठते हैं, जवाब अब भी Pending है…

  • क्या अस्पताल डॉक्टरों के लिए “Safe Space” हैं या अब “Risk Zones”?

  • सुरक्षा गार्ड सिर्फ नाम के लिए या काम के लिए?

  • क्यों नहीं हो रही मेडिकल वॉयलेंस पर सख्त सजा?

डॉक्टरों को चाहिए PPE + PSL (Permanent Security Layer)

ये कोई पहली घटना नहीं, और अफ़सोस की बात — आखिरी भी नहीं लग रही।

जब डॉक्टर वेंटिलेटर चालू कर रहे हों, और कोई घूंसा चलाने आए — तो यह सिर्फ एक health emergency नहीं, national emergency है

Related posts

Leave a Comment