तेजस्वी CM बन जावें, हमार आशीर्वाद बा… परिवार छोड़ देले त क का

आलोक सिंह
आलोक सिंह

बिहार के सियासत में हर दिन नया मोड़ आ रहल बा। अबकी बारी तेजप्रताप यादव के बयान सबके चौंका दिहलस। मीडिया से बात करत तेजप्रताप ने अपने छोट भाई तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनावे के खुला आशीर्वाद दे दिहलें। ओही के साथ-साथ उनकर परिवार से दूरी के दर्दो छलक गइल।

“भले छोड़ देहले, लेकिन कृष्णा के त कबहुँ अकेला मत समुझीं”

तेजप्रताप के बयान के भावुकता के अंदाजा ई लाइन से लगावल जा सकता:

“आशीर्वाद बा… भले ऊ लोग हमके छोड़ देवे, लेकिन कृष्णा के छोड़ देब त ओकरो बड़का बात होई।”

एसे अब ई संभावना अउरी तेज हो गइल बा कि यादव परिवार फेर से एक मंच पर आ सकेला। तेजप्रताप के इ बयान आरजेडी के दरवाजा खुलल समझल जा रहल बा।

महुआ से लड़िहें चुनाव, बोले – जनता देई त रोजगार ले आइब

तेजप्रताप साफ कहलन कि ऊ महुआ सीट से चुनाव लड़िहें। साथे ईहो कहलन कि:

“बिहार में सरकार रोजगार ना दे पवले, नौजवान भटक रहल बा। हम जीतीब त रोजगार ले के अइब।”

उ कहलन कि बिहार में क्राइम के खेल चल रहल बा, जनता अब बदलाव चाहतिया।

अगर दूनो भाई आइलें साथ, त राजनीति में का बदल जाई?

  • तेजप्रताप के बयान से साफ बा कि ऊ अबहियों RJD से दूरी ना बनवले बाड़न।

  • अगर घर वापसी होला, त तेजस्वी के संग तेजप्रताप के अपना गठबंधन के 5 दल के सपोर्ट भी मिली।

टीम तेजप्रताप में:

  • विकासशील वंचित इंसान पार्टी (वीवीआईपी)

  • भोजपुरिया जन मोर्चा (बीजेएम)

  • प्रगतिशील जनता पार्टी (पीजेपी)

  • वाजिब अधिकार पार्टी (WAP)

  • संयुक्त किसान विकास पार्टी (SKVP)

एसे तेजस्वी के रणनीति पर भी इ बड़का असर डाल सकेला।

भावुकता में डूबल नेता, राजनीति में संदेश

तेजप्रताप यादव के हालिया बयान ना खाली राजनीतिक संकेत बा, बलुक एगो भावनात्मक अपील बा अपने परिवार, पार्टी अउरी जनता खातिर।

“हमरा नाम कृष्णा रखल गइल बा, कृष्णा कभी अपनों के ना छोड़ेला।”

तेजप्रताप यादव के भावुक बयान से साफ हो रहल बा कि बिहार राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो सकेला।
अब सवाल बा कि तेजस्वी यादव ई संकेत पर का फैसला लेहें?

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