
बिहार में सियासी सीजन चालू है, और स्क्रिप्ट में नया ट्विस्ट आया है – तेजस्वी यादव के नाम पर दो EPIC कार्ड!
जिनमें से एक 2020 में काम आया, दूसरा 2024 में गुमशुदा घोषित हुआ।
जब खुद नेता प्रतिपक्ष ही अपने वोटर ID को पहचान न पाएं, तो चुनाव आयोग की उलझन तो बनती है ना!
क्या है मामला? EPIC कार्ड या कोई ‘एपिक’ जादू?
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया –
“मैंने अपना नाम वोटर लिस्ट में ढूंढा, नहीं मिला। EPIC नंबर डाला – ID Not Found!”
चुनाव आयोग ने तत्काल जांच शुरू की और पाया कि तेजस्वी जी के नाम पर दो EPIC नंबर हैं:
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RAB0456228 – 2020 के नामांकन और 2015 की वोटर लिस्ट में दर्ज
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RAB2916120 – अचानक प्रकट हुआ और फिर लिस्ट से गायब
अब आयोग पूछ रहा है – “भाईसाहब, आप खुद तय कर लीजिए, आप कौन-से वाले EPIC हैं?”
नोटिस आया है, जवाब लाइए
चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को आधिकारिक नोटिस भेज दिया है और कहा है कि
“इस EPIC नंबर की प्रामाणिकता साबित कीजिए। वरना समझा जाएगा कि मामला ‘बहु-वोटर-विकृति’ का है।”
विपक्ष बोले – ये तो वोटर वॉशिंग है!
RJD समर्थकों का कहना है कि ये सिर्फ तेजस्वी यादव को बदनाम करने की साजिश है। लेकिन आयोग के सूत्रों के अनुसार,
“EPIC नंबर RAB2916120 न किसी लिस्ट में है, न किसी रिकॉर्ड में। ये नंबर आया कहां से, यही सवाल है।”
क्या यह EPIC कार्ड है या कोई Netflix का मिस्ट्री थ्रिलर?
तेजस्वी जी की याददाश्त: Voter ID भी भूल गए?
1 अगस्त को जब SIR ड्राफ्ट लिस्ट आई, तेजस्वी ने प्रेस वार्ता में कहा:
“मेरा ही नाम वोटर लिस्ट से गायब है।”
लेकिन आयोग ने फैक्ट-चेक करके बताया –
“आपका नाम तो लिस्ट में है, साहब। आप गलत EPIC नंबर डाल रहे थे।”
जब CM बनना हो और ID भूल जाएं, तो EC का शक भी जायज़ लगता है।
EPIC से इमेज तक, सब कुछ दांव पर
बिहार की राजनीति में जहां EPIC कार्ड से चुनावी किस्मत तय होती है, तेजस्वी यादव के लिए यह विवाद गंभीर मोड़ ले सकता है।
अब सवाल यह नहीं है कि वोटर लिस्ट में नाम है या नहीं। सवाल यह है कि नाम के साथ कौन-सा नंबर मैच करता है?
“तेजस्वी जी का EPIC नंबर तो ऐसा है जैसे OTP – हर बार नया!”
“राजनीति में सब चलता है, बस EPIC नंबर डुप्लिकेट न हो!”
क्या तेजस्वी यादव एक ‘सिस्टम गलती’ का शिकार हैं या यह कोई बड़ा पॉलिटिकल स्क्रिप्ट है?