
बिहार में चुनावी तापमान बढ़ चुका है और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अब घोषणाओं की मशीन बन चुके हैं। “माई-बहिन मान योजना”, “हर घर नौकरी”, “संविदाकर्मियों को राज्यकर्मी दर्जा” जैसे वादों के बाद, अब उन्होंने रविवार को छोटे कामगारों और पंचायत प्रतिनिधियों के लिए भी नए ऑफर लॉन्च कर दिए।
पोलो रोड स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता में तेजस्वी ने कहा — “जनता ने एनडीए को 20 साल दिए, अब हमें बस 20 महीने दो।”
सियासी भाषा में इसका मतलब: “ट्रायल पैक ले लो, रिजल्ट गारंटी वाला है।”
पंचायत प्रतिनिधियों को ‘डबल भत्ता’ और ‘पेंशन पैकेज’ का वादा
महागठबंधन की सरकार बनने पर तेजस्वी यादव ने घोषणा की कि पंचायत और ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों का मानदेय भत्ता दोगुना किया जाएगा। इसके साथ ही — उन्हें पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा। 50 लाख रुपये का बीमा कराया जाएगा। और जन वितरण प्रणाली (PDS) के वितरकों की मार्जिन मनी भी बढ़ाई जाएगी।
यानि, इस बार चुनावी घोषणा पत्र नहीं — “घोषणाओं की गारंटी कार्ड” निकला है।
“नाई से लेकर लोहार तक” – मेहनतकश वर्ग को 5 लाख का वादा
तेजस्वी ने कहा कि अब कुम्हार, बढ़ई, नाई, लोहार जैसे छोटे कामगारों को भी 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि वे अपना स्वरोजगार स्टार्टअप शुरू कर सकें।
‘20 साल NDA – अब बदलाव की बारी जनता की’
तेजस्वी यादव ने तंज भरे अंदाज में कहा — “जनता ने एनडीए को 20 साल दिए, और बदले में सिर्फ भ्रष्टाचार और अपराध मिला।”

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में उद्योग लगाने से मना किया है क्योंकि “यहां जमीन नहीं है।”
तेजस्वी ने हंसते हुए जोड़ा — “गुजरात में कारखाने, बिहार में वादे — यही मोदी जी की इंडस्ट्रियल पॉलिसी है।”
‘बदलाव तय है’ – तेजस्वी का जनता से सीधा कनेक्शन
उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता बदलाव के लिए तैयार है। हर जाति, धर्म और तबके के लोग महागठबंधन के समर्थन में आ रहे हैं।
“लोग अब समझ चुके हैं कि BJP का मतलब है – बातें ज्यादा, काम कम।”
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