दो भाई, एक वोट! ठाकरे मिलन से किसका गेम बनेगा—किसका बिगड़ेगा?

महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ घटनाएं चुनाव नहीं, कालखंड बदलती हैं। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे का 20 साल बाद साथ आना ऐसी ही एक घटना है। यह सिर्फ दो भाइयों का मिलन नहीं, बल्कि Marathi politics का reset button है। जहां बीते दो दशकों से मराठी वोट बंट रहा था, वहीं अब पहली बार consolidation का serious attempt दिख रहा है। सवाल ये नहीं कि दोनों साथ आए — सवाल ये है कि किस कीमत पर और किसके खिलाफ? क्यों खास है यह Reunion? (Why This Alliance Matters) 2006…

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