संसद का शीतकालीन सत्र इस बार 1 दिसंबर से 19 दिसंबर तक चलेगा। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने जानकारी दी कि “राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सत्र के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी है।” उन्होंने कहा कि यह सत्र “रचनात्मक और सार्थक” होगा, जिससे लोकतंत्र और मज़बूत होगा। अब सवाल ये — क्या विपक्ष भी उतना ही “रचनात्मक” मूड में है? कांग्रेस का वार: “सर्दी नहीं, सरकार की मंशा ठंडी है!” कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सत्र की अवधि पर सवाल उठाया। “यह सत्र असामान्य रूप से छोटा और देरी…
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