“सिंध बोले—मैं तो दिल में ही रहता था, बुलाओगे तो लौट भी आऊंगा!”

सिंध: Geography से बड़ी वो Story जो दिलों में बसी है! सिंध सिर्फ एक प्रांत नहीं है—यह एक emotion, एक civilizational memory, और करोड़ों सिंधी परिवारों की साँसों में बसती हुई मिट्टी की खुशबू है।1947 में लाखों सिंधी हिंदुओं को सब कुछ छोड़कर भारत आना पड़ा, पर वे अक्सर कहते हैं— “हम सिंध छोड़ आए, पर सिंध हमें कभी नहीं छोड़ा।” और अब राजनाथ सिंह के हालिया बयान ने फिर वही पुराना सवाल हवा में उछाल दिया— “क्या पता… कल सिंध भी भारत में वापस आ जाए?” पाकिस्तान भड़का, भारत में…

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रामपुर की तहज़ीब को अलविदा: नवाबजादी मेहरून्निसा बेगम का निधन

रामपुर की शाही विरासत से जुड़ी नवाबजादी मेहरून्निसा बेगम का अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।उनका जन्म 24 जनवरी 1933 को रामपुर रियासत के अंतिम नवाब रज़ा अली खान और तलअत जमानी बेगम के घर हुआ था।बेगम साहिबा का अंतिम संस्कार वॉशिंगटन डीसी में किया गया, जहाँ परिवार के सदस्यों ने उनकी कब्र पर फातिहा पढ़ी। रामपुर और भारतभर में इस खबर से शोक की लहर है। शहर के लोग उन्हें “तहज़ीब, सादगी और इल्म की मूरत” के रूप में याद कर रहे…

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