उत्तर प्रदेश में विकास परियोजनाएं बन तो रही थीं, लेकिन उस पत्थर पर लिखा जाएगा कौन—और कितना बड़ा?—इस पर घमासान इतना था कि लगता था मानो एमएस वर्ड में युद्ध चल रहा हो। कोई माननीय अपना नाम 48 प्वाइंट्स में चाहता था, तो कोई अफसर अपनी 12 प्वाइंट्स की इज़्ज़त भी खुद से जोड़ रहा था। अब अफसर सिर्फ फाइलों में चमकेंगे, पत्थरों पर नहीं नगर विकास विभाग ने स्पष्ट कर दिया है: “किसी भी अधिकारी का नाम शिलालेख पर नहीं लिखा जाएगा, चाहे वो ‘नगर आयुक्त’ हों या ‘मैं…
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