अब कुत्ते भी कोर्ट में? गांधीजी से सुप्रीम कोर्ट तक की बफर जोन स्टोरी

दिल्लीवालों की सुबह की सैर में दो चीज़ें तय होती थीं — नीम की छांव और कुत्तों की दहाड़। अब सुप्रीम कोर्ट ने कहा — “बस बहुत हुआ! नसबंदी करो, शेल्टर भेजो, और गली को गली ही रहने दो।”28 जुलाई 2025 के इस आदेश से दिल्ली की गलियों में जैसे कोई आदालत की व्हिसल बज गई। पर इस आदेश से मानवता की रक्षा के साथ-साथ कुत्तों की आज़ादी का मुद्दा भी उठ खड़ा हुआ। कुत्ते बोले – “हमको क्यूँ निकाला?” जब कुत्तों ने ये सुना कि उन्हें पकड़ कर शेल्टर में…

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