जब महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी आती है, तो पूरा माहौल “बप्पा मोरया!” से गूंज उठता है – डांडिया, ढोल, 100 फीट की मूर्तियाँ, और 1000 करोड़ की बीमा पॉलिसी! और इधर उत्तर भारत में? “अरे भाई, गणेश चतुर्थी क्या होती है? दशहरे में मिलते हैं!” धार्मिक कारण या ‘Calendar Confusion’? उत्तर भारत की परंपराओं में भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को गणेश चतुर्थी के बजाय ऋषि पंचमी और हरितालिका तीज पर ज्यादा ध्यान रहता है।कई पंडित तो आज भी कहते हैं – “ये महाराष्ट्रियन पर्व है, अपने यहां नहीं होता।” (शायद Google…
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