असम में ‘जल ही जीवन है’ अब ‘जल ही जीवन-भर की मुसीबत’

पूर्वोत्तर भारत का प्रवेश द्वार, असम — जहां बारिश अब केवल मौसम का हिस्सा नहीं रही, बल्कि एक मासिक आपदा कार्यक्रम बन चुकी है। मई के अंत से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्य के 12 जिलों को पानी-पानी कर दिया है। “बारिश इतनी हुई कि मेघ भी अब कह रहे हैं – बस करो भैया, हम भी थक गए!” अब नहीं होंगे ‘मैक्सी’ ड्रामा – ग्लेन मैक्सवेल का ODI से संन्यास! 175 गांव जलमग्न – सरकार बोली: स्थिति नियंत्रण में है (पानी के अंदर से) 31 मई को…

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