सिर्फ बड़ों का काम नहीं! बच्चों के लिए भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग है गेम-चेंजर

महिमा बाजपेई
महिमा बाजपेई

जब भी हम “स्ट्रेंथ ट्रेनिंग” सुनते हैं, तो आंखों के सामने भारी डंबल, बॉडीबिल्डिंग और मसल्स का सीन आ जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों के लिए भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग उतनी ही जरूरी है – बस तरीका अलग होना चाहिए!

यह ट्रेनिंग बच्चों के शारीरिक विकास, स्पोर्ट्स परफॉर्मेंस, फिटनेस और आत्मविश्वास को बूस्ट देती है। आइए जानते हैं कैसे…

ताकतवर हड्डियाँ और मसल्स = कम चोट, ज्यादा ताकत

बच्चों की बॉडी अभी विकास के दौर में होती है। ऐसे में सही एक्सरसाइज़ से उनकी हड्डियाँ मज़बूत बनती हैं और मसल्स में स्ट्रेंथ आती है।
इससे खेलते वक्त या गिरने पर चोट लगने की संभावना भी कम होती है।

खेलों में धुआंधार प्रदर्शन

चाहे बच्चा क्रिकेटर बनना चाहे या फुटबॉल का स्टार – स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से उनकी स्पीड, बैलेंस और कोऑर्डिनेशन बेहतर होते हैं।
बिलकुल Messi Jr. या Kohli Jr. vibes!

मोटापा होगा फेल – एक्टिव लाइफस्टाइल करेगा जेल

आज के डिजिटल दौर में बच्चों का स्क्रीन टाइम बढ़ गया है, और मोटापा एक आम समस्या बन चुका है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग मेटाबॉलिज़्म बढ़ाकर फैट कम करने में मदद करती है।

आत्मविश्वास में धमाका

जब बच्चा खुद को मज़बूत महसूस करता है, नई चीज़ें सीखता है – उसका कॉन्फिडेंस आसमान छूने लगता है। उन्हें यह एहसास होता है कि “I can do this!”

बच्चों के लिए सही स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज़

यहाँ कोई जिम नहीं, कोई भारी वज़न नहीं — सिर्फ बॉडी वेट और मज़ेदार मूवमेंट्स:

एक्सरसाइज़ फायदे
जंपिंग जैक्स Warm-up + Cardio + Coordination
स्क्वाट्स पैरों और कोर की ताकत
प्लैंक कोर मसल्स + बैलेंस
लंजेस बैलेंस और लोअर बॉडी स्ट्रेंथ
पुश-अप्स अपर बॉडी के लिए बेसिक पिलर

इन सभी एक्सरसाइज़ को गेम या चैलेंज की तरह कराया जाए, तो बच्चे एंजॉय भी करते हैं और हेल्दी भी बनते हैं।

कुछ ज़रूरी सावधानियाँ (Super Important!)

हर सेशन से पहले 5-10 मिनट का वार्म-अप ज़रूरी
हमेशा सही फॉर्म और टेक्निक पर ध्यान दें
बॉडी वेट एक्सरसाइज़ से शुरुआत करें
8–15 साल के बच्चों को ट्रेंड प्रोफेशनल या पैरेंट्स की निगरानी में एक्सरसाइज़ करानी चाहिए
एक्सरसाइज़ को मज़ेदार और अति नहीं होने देना चाहिए

स्ट्रॉन्ग बॉडी + स्ट्रॉन्ग माइंड = स्ट्रॉन्ग फ्यूचर!

“फिट बॉडी में फिट माइंड रहता है।”
बच्चों के लिए स्ट्रेंथ ट्रेनिंग न सिर्फ उनकी फिज़िकल हेल्थ को बेहतर बनाती है, बल्कि मानसिक रूप से उन्हें और ज्यादा सक्षम बनाती है।  और हाँ, ये सब तब और भी असरदार होता है जब ट्रेनिंग मज़ेदार, प्लेफुल और मोटिवेटिंग हो।

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