
मंगोलिया के प्रधानमंत्री एल ओयुन एर्डिन को इस्तीफा देना पड़ा, लेकिन वजह कोई टॉपलेवल नीति विफलता नहीं थी — वजह बना उनका बेटा और उसका ‘फैशन स्टेटमेंट’! वायरल तस्वीरों में उनके बेटे और बहू जैसी महिला को छुट्टियों में महंगे हैंडबैग्स और शॉपिंग बैग्स के साथ देखा गया।
RCB जीतते ही माल्या बोले – मैंने सपना देखा था!, सर आपने कर्ज़ छोड़ दिया था!
अब जनता पूछ रही है:
“इतनी महंगी चीज़ें! कहीं PWD का बजट तो नहीं चला गया ‘Pyaar Wale Days’ में?”
राजनीतिक विरासत बनाम सोशल मीडिया वायरल
ओयुन एर्डिन के बेटे की पोस्ट्स ने जो तूफ़ान उठाया, उसमें प्रधानमंत्री की कुर्सी भी बह गई। भारत में तो ऐसे मौक़ों पर नेता कहते, “बच्चा है, गलती हो गई”, मगर मंगोलिया में जनता ने कहा – “बच्चा है, लेकिन बजट से खेल गया।”
विश्वास मत में मिली ‘बिना विश्वास’ वाली हार
संसद में हुए गुप्त मतदान में उन्हें ज़रूरत थी 64 वोटों की, मिले केवल 44। अब भारतीय संसद में ऐसा हो तो कोई कहता – “ईवीएम हैक हो गई”,
पर मंगोलिया में जवाब था – “डियोर दिख गया, भरोसा खो गया।”
अब भारत में सोच रहे होंगे कई नेता: शुक्र है यहां ट्विटर ट्रेंड से सरकारें नहीं जातीं!
सोचिए, अगर भारतीय नेताओं के बच्चों की दुबई ट्रिप, यूरोपीय स्नो वेकेशंस, और मालदीव योग-सेशन वायरल हो जाएं और उसके बाद इस्तीफे देने पड़ें, तो शायद लोकसभा की सीटें Instagram फॉलोअर्स से तय हों।
गृह मंत्रालय बयान जारी करता:
“डियोर है, लेकिन देश से प्यार है।”
PM बोले- बदनाम किया गया, जनता बोली- “तस्वीरें झूठ नहीं बोलतीं”
ओयुन एर्डिन ने कहा कि ये सब उन्हें बदनाम करने की साजिश है।
मगर जनता का जवाब साफ था –
“भाईसाहब, तस्वीरें न तो विपक्ष की स्क्रिप्ट होती हैं, न ही फोटोशॉप का पाप। ये तो आपके बेटे का ‘ब्रांडेड बयाना’ है!”
मंगोलिया की सरकार गिर गई, डियोर का हैंडबैग अभी भी खड़ा है!
नेताओं को अब समझना चाहिए – ‘पब्लिक की आंखें सिर्फ़ वोटिंग तक नहीं होतीं, इंस्टा और ट्विटर तक भी देखती हैं!’
और भारत में बैठे नेता सोच रहे होंगे –
“भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि हमारे यहां डियोर नहीं, जुगराफ़िया चलता है।”
‘शांति चाहिए, मगर अपनी शर्तों पर’: बिलावल भुट्टो का नया पाकिस्तानी स्क्रिप्ट